नई दिल्ली। तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से हुए भारी जानमाल के नुकसान के बाद भारत सरकार ने तुर्की की मदद के आगे हाथ बढ़ाए हैं और इसी शृंखला में भारत ने स्पेशल विमान सी-17 ग्लोबमास्टर से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 51 जवान तुर्की पहुंच चुके हैं।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने मंगलवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट किया कि भारत का पहला सी-17 विमान एनडीआरएफ के 50 से अधिक जवानों के साथ तुर्की के अडाना एयरपोर्ट पहुंच गया हैं। इस दल में बचावकर्मी, प्रशिक्षित डॉग स्कवॉड, और उनके साथ ड्रिलिंग मशीन, राहत सामग्री, दवाएं और अन्य आवश्यक सुविधाएं हैं। उन्होंने ट्वीट में यह भी लिखा है कि इस चुनौतीपूर्ण वक्त में भारत तुर्की के साथ हैं।
तुर्की के लिए भारतीय सेना का 89 सदसीय फ़ील्ड अस्पताल और चिकित्सक दल रवाना हुआ। सेना के इस दल में क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट जिनमें ऑर्थोपैडिक सर्जिकल टीम, जनरल सर्जिकल स्पेशलिस्ट के अलावा अन्य चिकित्सक दल को साथ भेजा गया है। महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण जिनमें एक्स-रे मशीन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट, कार्डियक मॉनिटर और सहित 30 बेड मेडिकल फैसेलिटी तैयार करने की सामग्री शामिल है।
डॉ. जयशंकर ने कहा कि वायुसेना का दूसरा विमान राहत सामग्री लेकर रवाना होने के लिए तैयार है। गौरतलब है कि तुर्की और सीरिया सहित उसके आसपास के देशों में सोमवार सुबह आए विनाशकारी भूकंप में अीाी तक तीन हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
तुर्की के आपदा एवं आपात प्रबंधन प्राधिकरण (एएफएडी) ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि विनाशकारी भूकंप से अब तक 3381 लोगों की मौत हाे चुकी है और कम से कम 20,426 लोग घायल हो गए तथा 5,775 इमारतें जमीदोज हो गई हैं।