औरैया। उत्तर प्रदेश में औरैया जिले के कस्बा बिधूना में कृष्ण भक्ति में लीन एक युवती ने भगवान कृष्ण को अपना आराध्य मानते हुए उनके साथ सात फेरे लेते हुए विवाह कर लिया। इस विवाह में परिजनों व रिश्तेदारों की सहमति रही।
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि कस्बा बिधूना के भरथना रोड निवासी पूर्व प्रधानाचार्य व कवि रणजीत सिंह सोलंकी की पुत्री मझली बेटी रक्षा ने शनिवार को हिन्दू रीति रिवाज के साथ घर में परिवार के सदस्यों व रिश्तेदारों की मौजूदगी में भगवान कृष्ण को अपना आराध्य मानते हुए उनकी मूर्ति के साथ सात फेरे लिए।
पंडित रूदेश शुक्ला ने विवाह की सभी रस्में अदा कराईं। समाजशास्त्र से एमए रक्षा ने कहा कि वह बचपन से भगवान कृष्ण को अपना आराध्य मानती थी और उनमें लीन रहते हुए घंटों उनकी पूजा करती थी। घर पर जब परिवार का उन शादी करने का दवाब बना तो उन्होंने भगवान कृष्ण से शादी करने का निर्णय लिया जिससे सभी सदस्यों को अवगत करा दिया, जिसके बाद परिवार क सहमित से उन्होंने भगवान के साथ सात फेरे लेकर शादी कर ली है। अब मैं कान्हा की और कान्हा मेरे हो गए हैं।
रक्षा की शादी भगवान कृष्ण के साथ हिन्दू रीति रिवाज के साथ पूरे विधि विधान के साथ पंडित की मौजूदगी में हुई है। इस दौरान जहां हिंदू विवाह के तहत सभी रस्में अदा की गईं वहीं विवाह के दौरान मौजूद रहे लोगों को भोजन आदि का भी प्रबंध किया गया था। इससे पूर्व युवती ने परिवार के सभी सदस्यों को भगवान से शादी के लिए मना लिया था और विवाह के लिए 11 मार्च की तिथि निश्चित की गई थी।
रक्षा ने बताया कि उनका भगवान कृष्ण से लगाव था। उसे काफी दिनों से सपने रहे थे। दो बार सपने में भगवान ने उसके गले में वरमाला डाली है। चारों ओर से शादी का दवाब बन रहा था तो मैंने किसी युवक के बजाय भगवान से ही शादी कर ली।