विदिशा। मध्यप्रदेश के विदिशा जिले की लटेरी तहसील के ग्राम खेरखेड़ी के 60 फीट गहरे बोरवेल में गिरे सात वर्ष के लोकेश को सुरक्षित निकालने के लिए पिछले 24 घंटे से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चे को निकाला गया, लेकिन बच्चे को जान नहीं बच सकी।
इस रेस्क्यू ऑपरेशन में विभिन्न मशीनों से 55 फीट तक खुदाई के साथ एक समानांतर सुरंग खोदकर 20 सदस्यीय एनडीआरएफ और 40 सदस्यीय एसडीआरएफ की टीमें सहित स्थानीय प्रशासन द्वारा भरसक प्रयास किया गया।
इस दौरान लगातार चार पोकलेन मशीन छह जेसीबी से खुदाई की गई। मिट्टी की जगह पत्थर निकलने के कारण 50 फीट गहराई का टनल बनाकर बच्चे को निकालने का प्रयास किया गया। बच्चे को बोरवेल से निकाल कर एंबुलेंस से लटेरी के शासकीय अस्पताल भेजा जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
विदिशा कलक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि बोरबेल में बच्चे के गिरने की सूचना मिलते ही रेस्क्यू के लिए घटना स्थल पर बचाव एवं सुरक्षा के प्रबंध और रेस्क्यू ऑपरेशन करने में सफलता तो मिली पर बच्चे की जान बचाने में हम सफल नहीं हो सके। उन्होंने बताया कि जिले में ऐसी दूसरी कोई घटना नहीं हो, इसके लिए व्यापक सर्वे कर खुले बोरवेल के गड्ढों को सात दिनों में भरवाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति विशेष द्वारा बोरवेल के गड्डे को खुला छोड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। राहत दल में शामिल चिकित्सकों की टीम नाइट विजन कैमरे से बच्चे के स्वास्थ पर नजर बनाए रखी। बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए बोरवेल में आक्सीजन की व्यवस्था भी की गई। बच्चे की सुरक्षा के लिए चार आक्सीजन सिलेंडर का उपयोग किया गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। कलेक्टर भार्गव ने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान ने पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।