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Sanyam lodha arise AVM saroop ganj affiliation issue in vidhanasabha - Sabguru News
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आदर्श विद्या मंदिर सरूपगंज की मान्यता रद्द करने का मामला विधानसभा में उठा

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आदर्श विद्या मंदिर सरूपगंज की मान्यता रद्द करने का मामला विधानसभा में उठा
आदर्श विद्या मंदिर सरूपगंज का विवादित भवन
आदर्श विद्या मंदिर सरूपगंज का विवादित भवन

सबगुरु न्यूज-सिरोही। अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता लेकिन भड़भूजे की आंख जरूर फोड़ सकता है। एक अकेले आदमी ने अपने परिवार की बुजुर्ग महिला के साथ आरएसएस से जुड़ी आदर्श शिक्षा समिति के द्वारा 5 साल पहले किये अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी।

अब वो लड़ाई अंतिम पड़ाव पर पहुंच गई है।  विधानसभा के बजट सत्र में सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने आदर्श विद्या मंदिर सरूपगंज की मान्यता रद्द करने का मामला उठाया। इस पर शिक्षा मंत्री ने अन्तिम जांच बिठाकर के महीने में मान्यता रद्द करने की आश्वस्त किया।
<span;>इस घटना की शुरुआत होती है 9 जून 2018 को  प्रदेश में भाजपा का शासन था। आरएसएस से जुड़ी आदर्श शिक्षा समिति के पदाधिकारियों ने रात को सरूपगंज कस्बेके बीच में आई बेशकीमती जमीन में उगी फसल को बुलडोजर से नष्ट कर जमीन पर कब्जा कर लिया। यहाँ एक बुजुर्ग बेवा देवी बाई रहती थी।सन्गठन के सत्ताधारी नेताओं ने आबूरोड।से।ऑपरेशन पर नजर रखी। बेबा के बेटे और भाजपा के ही कार्यकर्ता को विरोध करने पर गिरफ्तार करवा दिया।

आदर्श शिक्षा समिति को ये जमीन वसुंधरा राजे के 2003-08 के शासन में विद्यालय के लिए 2 साल में उपयोग करने की शर्त पर आवंटित की गई थी। 2018 तक इसका इस्तेमाल नहीं किया। शर्त के अनुसार ये राजसात हो गई। इस घटना के बाद परिवार के सदस्य छगनलाल खण्डेलवाल ने सन्गठन के खिलाफ कानूनी लड़ाई छेड़ दी।

लगातार संघर्ष के बाद जिला कलेक्टर ने इस भूमि को फिर से राज्य सरकार के नाम नामांतरण कर दिया। इसके लिए सन्गठन न्यायालय गया। सत्ता के दम पर यहां 2018 में एक अस्थायी ढांचा बनाकर 2019 में स्कूल के लिए मान्यता भी ले ली।

छगनलाल खण्डेलवाल ने इसकी मान्यता शर्तों का उल्लंघन की लड़ाई शुरू की। सबसे पहले विद्यालय का सेफ्टी सर्टिफिकेट रद्द करवाया। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी सिरोही को शिकायत की कि संस्थान ने झूठा शपथपत्र देकर मान्यता ली। जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच करवाई। इसमें शिकायत सत्य पाए जाने पर आदर्श शिक्षा समिति को 23 जनवरी 2023 को नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा। इस नोटिस में ही संस्थान के सचिव लकराम चौधरी से झूठे शपथ पत्र देकर मान्यता लेने का स्पष्टीकरण मांगा और आईपीसी में प्रकरण दर्ज करने की बात लिखी।

नोटिस जारी करने के दो महीने बाद भी स्कूल की मान्यता रद्द नहीं होने पर सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाकर इस विद्यालय की मान्यता अब तक रद्द नहीं होने और दोषी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता में मुकदमा दर्ज करने का मुद्दा उठाया। इस पर शिक्षा मंत्री बीड़ी कल्ला ने बताया कि 16 मार्च को इसकी 5 सदस्यीय कमिटी बना दी है। इसकी रिपोर्ट आते ही कार्रवाई कर दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि 9 जून 2018 को इस प्रकरण को सबसे पहले सबगुरु न्यूज ने ही उठाया था। उसके बाद निरंतर इसके अपडेट को फॉलो किया। विद्यालय को मान्यता रद्द करने का नोटिस जारी करने की खबर भी सबगुरु न्यूज ने ही प्रसारित की थी।

 

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रंग लाई आम आदमी से लड़ाई, आदर्श विद्या मंदिर की मान्यता पर बन आई

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