पटना। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह कर्नाटक विधानसभा चुनाव में लाभ पाने के उद्देश्य से राहुल गांधी को मानहानि के मामले में अदालत से दो साल के कारावास की सजा के बाद लोकसभा की सदस्यता समाप्त होने के मामले को विक्टिम कार्ड के तौर पर खेलने की कोशिश कर रही है।
प्रसाद ने शनिवार को यहां भाजपा के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सूरत की अदालत ने मानहानि के एक मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दो साल की कैद की सजा सुनाई थी, लेकिन देश के शीर्ष वकीलों से संचालित उनकी पार्टी ने उच्च न्यायालय से इस फैसले पर रोक लगाने का कोई प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह एक मिलियन डॉलर का सवाल है कि इतने सारे शीर्ष वकीलों वाली कांग्रेस ने उच्च न्यायालय से राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने का कोई प्रयास क्यों नहीं किया।
भाजपा नेता ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस कर्नाटक विधानसभा चुनाव में चुनावी लाभ पाने के लिए राहुल गांधी के लिए पीड़ित कार्ड खेलने की कोशिश कर रही है। दूसरी तरफ ऐसा लगता है कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने राहुल गांधी को दरकिनार करने के लिए उनके खिलाफ साजिश की है और इसी मकसद से उन्हें बचाने का प्रयास नहीं किया गया।
प्रसाद ने कहा कि ऐसा लगता है कि राहुल हटाओ, कांग्रेस बचाओ, के मिशन में लगे कांग्रेस के कुछ नेताओं को अदालत के इस फैसले के बाद अपना मकसद कामयाब होता दिख रहा है। यह स्पष्ट है कि राहुल गांधी को गुमराह किया जा रहा है ताकि वे पार्टी के ऐसे नेताओं के जाल में फंस सकें।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी ने आज दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी आदत के मुताबिक मुद्दे से भटकाने की कोशिश की और वे विषय पर कुछ नहीं बोले। वह उनकी झूठी और बेबुनियाद बातों का जवाब देने आए हैं। गांधी को 2019 में पिछड़ों के खिलाफ अपमानजनक भाषण देने और अदालत के कहने पर भी माफी नहीं मांगने पर सजा हुई है।
भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने स्वीकार किया है कि वह सोच समझकर बोलते हैं। इसका साफ अर्थ है कि उन्होंने सभी मोदी सरनेम वालों के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल भी सोच समझकर ही किया था। उन्होंने कहा था कि सारे मोदी चोर क्यों होते हैं, यह बिहार और पश्चिम भारत में रहने वाली पिछड़े और अति पिछड़े समाज की बड़ी आबादी का अपमान है।
प्रसाद ने कहा गांधी ने सार्वजनिक सभा में पिछड़े समाज का अपमान किया था। उन्हें या किसी को भी आलोचना करने का अधिकार है लेकिन किसी को गाली देने का अधिकार नहीं है। गांधी ने पिछड़े समाज के लोगों को गाली दी और उन्हें बेइज्जत किया था। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को यदि गाली देने का अधिकार है तो पीड़ित होने के नाते दूसरे को अदालत में जाने का भी अधिकार है। इस मामले में अदालत ने उन्हें दोषी करार देते हुए सजा सुनाई है।