जयपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को कानून-व्यवस्था से जुड़े अलग-अलग मामलों को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साधा। शेखावत ने कहा कि राज्य में गृह मंत्रालय का जैसे अस्तित्व ही नहीं है।
जयपुर में राम प्रसाद आत्महत्या प्रकरण में उन्होंने कहा कि जमीन विवाद से प्रताड़ित होकर आत्महत्या करने वाले राम प्रसाद जी का सुसाइड लेटर जनता के सामने खुला सबूत है कि विरोधियों के विरुद्ध षड्यंत्र का जाल बुनने वाले गहलोत अपने पाले के संगीन मामलों में कैसे चुप्पी साध लेते हैं? शेखावत ने कहा कि राम प्रसाद और उसके परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए। सीएम बताएं कि वे क्या करेंगे?
उदयपुर की एक घटना पर शेखावत ने कहा कि व्यवसायी को लूटकर दो दिन तक उससे बेरहमी से मारपीट की गई होगी, ताकि वो पुलिस में न जाए। ये है जंगलराज। अपराधी बेखौफ, उन्हें लगता है वे जहां चाहें, जिसे चाहें शिकार बना सकते हैं, पुलिस उन्हें नहीं रोकेगी। उन्होंने कहा कि दो साल बाद मामला प्रकाश में आया, वो भी तब जब व्यापारी ने हिम्मत दिखाई।
बीकानेर के कतरियासर धाम स्थित सिद्ध संप्रदाय के प्रसिद्ध जसनाथजी महाराज मंदिर में चोरी की घटना पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह घटना समाज के लिए पीड़ादायक है। कानून-व्यवस्था की कमजोरी से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। वे धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर सामाजिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसके पहले भी कई वारदात हुई हैं। राज्य में गृह मंत्रालय का जैसे अस्तित्व ही नहीं है।