सिरोही। पिछले दिनों भाजयुमो जिलाध्यक्ष गोपाल माली सहित पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं पर किए मुकदमों को राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताकर जिला मुख्यालय पर भाजयुमो के तत्वावधान में आयोजित धरना व विरोध प्रदर्शन में भाजपा नेताओं ने शासन प्रशासन पर सीएम सलाहकार निर्दलीय विधायक को इन कार्रवाई के लिए जिम्मेदार बताते हुए कटघरे में खड़ा किया। कहा की सीएम सलाहकार कि उनकी ये सलाहे उन्हें आने वाले चुनाव में ले डूबेगी। तानाशाही आदि के आरोप लगाकर जोरदार नारेबाजी करके विरोध प्रकट किया।
शुक्रवार को सिरोही कलेक्ट्रेट पर एकत्रित होकर भाजयुमो के बैनर तले आयोजित विरोध एवं धरना प्रदर्शन के आयोजन में भाजपा नेताओं ने प्रशासन पर बदले की भावना से कार्यवाही और जिले की लचर कानून व्यवस्था व निर्दलीय सीएम सलाहकार के बढ़ते हस्तक्षेप आदि के आरोपों के साथ प्रशासन को चुनौती देकर कहा कि भले हम सभी को अभी गिरफ्तार कर लो लेकिन हमारी आवाज को आप दबा नहीं पाओगे। पूर्व राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने प्रशासन पर निशाना साधकर कहा कि जावाल में वॉल पेंटिंग, पालड़ी में काली कमली वाला आदि कई मामले प्रशासनिक कार्रवाई की बाट जोह रहे हैं लेकिन वास्तविक अपराधियों को छोड़कर ये लोग हमारे कार्यकर्ताओं के पीछे पड़े हैं।
इसी प्रकार विधायक जगसीराम कोली ने प्रशासन पर दबाव में होने की बात कहकर कहा कि अनादरा आंदोलन में वे स्वयं वहां मौजूद थे जहां राज्य कार्य बाधा जैसी कोई बात नहीं हुई, इसी तरह आबूरोड में हनुमान मंदिर प्रकरण में झूठे मुकदमों में फंसाने का कृत्य जनता भूली नहीं है इनका जवाब शासन को देना होगा। विधायक समाराम गरासिया ने भी राजनीतिक चश्मा चढ़ाकर काम करने के आरोप लगाए।
जिला प्रमुख अर्जुनराम पुरोहित ने प्रशासन को चुनौती देकर कहा कि हम इन मुकदमों से डरने वाले नहीं हैं। पूरे जिले के कार्यकर्ता व समाज गोपाल माली के साथ हैं। इस प्रकार की झूठी कार्रवाईयां करना बंद करें। प्रदेश सदस्य एडवोकेट वीरेंद्रसिंह चौहान ने उभरते संघर्षवान कार्यकर्ता गोपाल माली को जनता का सच्चा पैरोकार बताया और कहा कि आम जनता के दुख दर्द, तकलीफ की आवाज बनने की उन्होंने कोशिश की है। पूर्व जिलाध्यक्ष लुंबाराम चौधरी ने कहा कि स्थानीय विधायक भाजपा के कार्य कर्ताओं को चार साल से लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने कहा उन भी कोरोना के समय में केस दर्ज करवाया था। उन्होंने पुलिस वालो से पूछा तो वो खुद कहने लगे कि ऐसा करने का ऊपर से दबाव है।
जिला उपाध्यक्ष दिलीपसिंह मांडानी ने शासन प्रशासन सहित क्षेत्रीय निर्दलीय विधायक पर आरोपों की बौछार करके कई सवाल खड़े किए। मांडानी ने तंज कस कर कहां की चूहे के पीछे मत भागो, यहा हाथी जा रहे हैं। उनके स्वयं पर किए मुकदमे और कार्यकर्ताओं पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाकर कहा कि परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। पुलिस प्रशासन की हिस्ट्री शीट की बात पर क्षेत्रीय विधायक की खिल्ली उड़ाई और कहां की गुंडों के पैरोकार बन रहे हैं और बेगुनाह लोगों को झूठे मामलों में फसाया जा रहा है।
पूर्व जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया ने कहा कि जब से कांग्रेस की सरकार बनी है भाजपा के कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धरने प्रदर्शनों में शामिल लोगों के अलावा उन लोगों को भी गंभीर धाराओं में मुकदमा झेलने पड़ रहे हैं जो किसी भी तरह के दोषी नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है। वह संघर्ष करता रहेगा।
दी चेतावनी, बड़ा आंदोलन के साथ प्रतिकार होगा
भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन के दौरान अपने संबोधन में शासन प्रशासन को चेताया कि कार्यकर्ता अब चुप बैठने वाला नहीं है और आने वाले दिनों में जनाक्रोश के साथ महाघेराव की तैयारी करेंगे, जिसमें जिले भर के कार्यकर्ता मुख्यालय पर इनकी नीतियों का कड़ा विरोध करके पड़ाव डालेंगे।
इनका भी रहा संबोधन
धरने के दौरान दौरान संत तीर्थगिरी महाराज, जिला उपाध्यक्ष नारायण देवासी, पूर्व जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया, प्रधान हसमुख मेघवाल, प्रकाश मेघवाल, पूर्व महामंत्री दिनेश बिंदल, किसान मोर्चा के गणपतसिंह राठौड़, महिला मोर्चा की अंशु वशिष्ठ, भाजयुमो नेता दीपेंद्रसिंह पीथापूरा, नगर अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल, मांगूसिंह बावली, हितेंद्र ओझा, भुवनेश पुरोहित, बलवंत देवासी सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। संचालन भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र चौधरी एवं महामंत्री अनिल प्रजापत ने किया।
दिया ज्ञापन, कड़ी कार्रवाई की मांग
धरने के बाद सभी कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी करके अतिरिक्त कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया। इसमें अनादरा थाने में दर्ज मुकदमे को विड्रो करने का की मांग लिखी। बताया की घटना के 9 दिन बाद पुलिस ने अपनी लापरवाही छिपाने और किसी के इशारे पर दुर्भावना से भाजयुमो नेता पर मुकदमा किया है।
इनकी रही उपस्थिति
इस मौके पर जिले भर से भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि सम्मिलित हुए जिनमें पूर्व उपाध्यक्ष अशोक पुरोहित, पूर्व नेता प्रतिपक्ष सुरेश सगरवंशी, पूर्व नगर मंडल अध्य्क्ष महिपाल चारण, विजय गोठवाल, गणपतसिंह निंबोड़ा, अमराराम प्रजापत, नारायणसिंह देलदर, छगनलाल घांची, कुपाराम देवासी, नरपतसिंह राडबर, मानक सोनी, रोहित रावल, पूर्व उप जिला प्रमुख कानाराम चौधरी, पूर्व भाजयूमो जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित, दीपेश अग्रवाल जितेंद्र गर्ग, रिक्षितसिंह, नरपत चारण, हीरेंद्रपालसिंह, योगेश दवे, हिम्मतसिंह, अर्जुन माली, सरपंच जितेंद्र चौधरी, मंगलसिंह, रवि शर्मा, आकाश माली, भरत मालवीय, शैलेश चौधरी, अनिल वैष्णव, दिनेश प्रजापत, नरेंद्रसिंह, लक्ष्मण देवासी, दीपेश अग्रवाल, शक्तिपालसिंह, सुशील प्रजापत, महेंद्र पुरोहित, भंवर देवासी समेत बड़ी संख्या में मोर्चा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता मौजूद थे।