तखतगढ़(पाली)। रेल मंत्री के गृह जिले में दाे दशकाें से फालना से वाया तखतगढ़ होकर जालोर के बीच रेल मार्ग स्वीकृति के अभाव में अटका हुआ है। ऐसे में गोडवाड़ क्षेत्र के लोगों को रेल सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वैसे जालोर से सीधा अजमेर-मुम्बई रेलवे लाइर्न का सम्पर्क नहीं है। इस रेल मार्ग से ग्रेनाइट के रोजगार के लिए राहत मिलेगी।
दरअसल, जिले के गोडवाड़़ क्षेत्र केे लाखों प्रवासी दक्षिण भारत के विभिन्न नगरों में व्यवसायरत है। ऐेसे में वर्ष 2001 में तात्कालीन रेल मंत्री लक्ष्मण बंगारू ने फालना से वाया सांडेराव, तखतगढ़ होकर आहोर से जालोर के बीच रेल मार्ग का सर्वे करवाया था। इसके बाद वर्ष 2021 एवं 2020 में भी सर्वे हो चुका है। पूर्व में 17 करोड़ से सर्वे होना सामने आया।
सर्वे में ये दिए स्टेशन
सांडेराव, तखतगढ़, बेदाना, उम्मेदपुर, गांगावा, आहोर, भैसवाड़ा, कानिवाड़ा स्टेशन निर्धारित किए हैं। इन स्टेशनों पर रेल्वे ने फाटकों की कमी को लेकर पुन सर्वे करवाया।
गोडवाड़ में शादियां अनिवार्य
भारत सहित विदेश में रहने वाले प्रवासियों के बेेटे एवं बेटियों की शादी अपनी मातृभूमि पर करने की परंपरा रही है। ऐसे में शादी के लिए आने वाले परिवार के अलावा अन्य प्रवासियों को क्षेत्र में आने के लिए फालना व जवाई बांध स्टेशन पर उतारना पड़ता है।