अजमेर। कलक्टर या मिनस्टिर किसी के भी सरकारी वाहन को आगामी 5 मई से पेट्रोल पंपों पर डीजल व पेट्रोल उधार नहीं मिलेगा। इनकों भी आम ग्राहक की तरह नकद भुगतान करना होगा। भारी वैट वसूल रही सरकार और उधारी से तंग आकर पेट्रोल पंप संचालकों को यह सख्त कदम उठाना पड रहा है।
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन अजमेर ईकाई के अध्यक्ष दीपक ब्रम्हावर, सचिव राकेश विजयवर्गीय तथा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अशोक जयसिंघानी ने बुधवार को अजमेर क्लब में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि प्रदेश में पेट्रोलियम पदार्थों पर देश में सर्वाधिक वैट वसूला जा रहा है। जबकि सीमावर्ती राज्यों में वेट काफी कम है। इसका सीधा असर पेट्रोल पंप संचालकों पर पड रहा है। आलम यह है कि अन्य राज्यों की सीमा से सटे कई पेट्रोल पंप बंद हो गए हैं।
पंप संचालक उधार देते ही क्यों हैं सवाल के जवाब में ब्रम्हावर ने कहा कि ‘प्रेशर’ रहता है। इस कारण देना पडता हैै। उन्होंने का कि प्रदेश में वैट अधिक वसूले जाने से बिक्री कम होती है इससे सरकार को राजस्व का नुकसान होता है साथ ही पेट्रोल पंप डीलर्स का धंधा चौपट होता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार महंगाई राहत शिविर चलाकर आमजन को राहत देने का दावा कर रही है, असल में अकेले वैट में राहत प्रदान कर दे तो पब्लिक को सबसे बडी राहत मिलेगी।
आगामी रणनीति के बारे में उन्होंने कहा कि आने वाली 5 मई से सरकारी विभागों के वाहनों को पेट्रोल पंपों से उधारी में पेट्रोल व डीजल आपर्ति बंद कर दी जाएगी। साथ ही 15 मई को जयपुर के शहीद स्मारक पर समस्त राजस्थान के पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा एक दिन का सांकेतिक धरना व मौन धारण कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद 30 मई को एक दिवसीय हडताल रख कर विरोध जताया जाएगा। इसके बाद भी सरकार अपने रुख पर अडी रही तो 15 जून को राज्य के समस्त पेट्रोल पंप अनिश्चितकालीन हडताल करेंगे। प्रेस वार्ता के दौरान राजेश अंबानी, तरुण ऐरन, बॉबी खान, मनीष वैश्य समेत कई पेट्रोल पंप डीलर्स र्माजूद रहे।