अजमेर। राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री एवं विधायक वासुदेव देवनानी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अजमेर दौरे को पूरी तरह विफल करार देते हुए वे भुलावें में न रहें, इस बार जनता भुलावे में नहीं आएगी, वे सोने के सिक्के भी बांट दें तो भी कांग्रेस इस बार सत्ता में नहीं आएगी।
देवनानी ने आज आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान महंगाई राहत कैम्प को मजबूरी कैम्प बताते हुए कहा कि कैम्पों के जरिये रजिस्ट्रेशन के नाम पर जनता को गुमराह करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजना का पैसा राज्य सरकार द्वारा जारी नहीं किया जा रहा बल्कि केंद्र की योजनाओं का नाम बदल कर उसे अपने खाते में बताया जा रहा है। एलिवेटेड रोड केंद्र सरकार के की देन है।
देवनानी ने बहनों को भाई द्वारा मोबाइल फोन की भेंट पर भी तंज कसा और कहा बहनों का इतना ध्यान है तो उनकी सुरक्षा और सम्मान की चिंता करनी चाहिए। जोकि प्रदेश में कानून व्यवस्था के साथ चरमराई हुई है।
उन्होंने लोकतंत्र की दुहाई देकर मोदीजी को हरपल कोसने पर भी आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि लोकतंत्र तो तब बिगड़ा दिखाई देता है जब अजमेर एडीएम के यहां ज्ञापन की मंजूरी के लिए गए एबीवीपी कार्यकर्ताओं को थाने पर बैठा लिया गया और वे गहलोत से अपनी बात नहीं कह सके।
उन्होंने गहलोत के अजमेर में इतिहास रचने वाले बयान पर भी तंज कसा कि आज अजमेर जिले में कांग्रेस के दो विधायक है जो भी गहलोत के आगमन पर भी नहीं आए। आने वाले समय में ये दो का आंकड़ा समाप्त हो जाएगा और जिले में आठों विधायक भाजपा के चुने जाएंगे।