बेंगलूरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के शनिवार को घोषित चुनाव परिणामों में सत्ता विरोधी लहर काफी हद तक सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी की चुनावी किस्मत पर हावी रही और उसके 14 मंत्रियों को हार का स्वाद चखना पड़ा।
चुनाव हारने वाले मंत्रियों में बेल्लारी से बी श्रीरामुलु, चिक्कानायकनहल्ली से जेसी मधुस्वामी, मुधोल से गोविंदा काराजोल, चिक्काबल्लापुर से स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर, होसकोटे से एमटीबी नागराज, हिरेकेरूर से बीसी पाटिल, बीलागी से मुरुगेश निरानी, केआर पीट से केसी नारायणगौड़ा , तिप्तूर से बीसी नागेश, नवलगुंड से शंकर पाटिल, हलप्पा अचार, कनकपुरा से आर अशोक और नारायण गौड़ा शामिल हैं।
इस बीच, आवास बुनियादी ढांचा विकास मंत्री वी सोमन्ना वरुणा और चामराजनगर सीटों पर हार गए। हालांकि, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शिगगांव निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की।
चुनाव जीतने वाले मुख्यमंत्री के कैबिनेट सहयोगी में तीर्थहल्ली से अरागा ज्ञानेंद्र, नवलगुंड से सीसी पाटिल, औराद से प्रभु चौहान, यशवंतपुर से एसटी सोमशेखर, केआर पुरम से बयारती बसवराज, महालक्ष्मी लेआउट से गोपालैया, निप्पनी से शशिकला जोले, करकला से सुनील कुमार, राजराजेश्वरी नगर से मुनिरत्न और येल्लापुर से शिवराम हेब्बार शामिल हैं।
भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार इस चुनाव में कांग्रेस ने 136, भाजपा ने 65 और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) ने 19 सीटें जीतीं।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दिया इस्तीफा
कर्नाटक में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद शनिवार रात को राज्यपाल थावर चंद गहलोत को अपना इस्तीफा दे दिया।
बोम्मई ने राज्यपाल गहलोत को अपना इस्तीफा दिया और जिसे राज्यपाल ने स्वीकार लिया और नई सरकार के गठन तक मुख्यमंत्री के रूप कार्यभार संभाले रखने का अनुरोध किया।
बोम्मई रात करीब साढ़े नाै बजे राजभवन गए और वहां उन्हाेंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। उन्होंने एक बयान में कहा कि मैंने इस्तीफा दे दिया है और उसे स्वीकार कर लिया गया है।
राज्य में 10 मई को हुए विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ और शनिवार को हुई मतगणना में कांग्रेस पार्टी 136 के बड़े बहुमत के साथ विजयी हुई और भाजपा 65 सीटों पर सिमट गई है। बोम्मई ने पार्टी की हार की जिम्मेदारी अपने ऊपर ली है।