भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के माण्क्या गांव में बहन की जलती चिता पर कूदे भाई की उपचार के दौरान आज उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय में मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को बहन मीना भील की मौत होने पर चचेरा भाई सुखदेव भील उसकी जलती चिता में ज्वलनशील पदार्थ अपने शरीर पर डालकर कूद गया था। इससे पहले पहले उसने मोक्षधाम के पास एक खत रखा था जिसमें उसने लिखा था कि सबको राम-राम। मैने जो किया, अपनी मर्जी से किया। कोई कुछ भी कहे, वह सच नहीं है। सच तो मेरे साथ चला गया। कोई भी किसी पर दबाव नहीं डाले। जिसकी वजह से आपको पछताना पड़े।
इसके बाद सुखदेव को लोगों ने जलती चिता से निकाला और महात्मा गांधी अस्पताला पहुंचाया जहां से हालत गंभीर होने पर उसे उदयपुर रैफर किया गया था। उदयपुर में उपचार के दौरान सुखदेव ने दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
पटवारी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
भीलवाड़ा जिले के हुरड़ा तहसील कार्यालय में एक पटवारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना का पता शुक्रवार सुबह कर्मचारियों के ऑफिस आने पर चला। इसके बाद गुलाबपुरा पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची।
जानकारी अनुसार हनुमानगढ़ निवासी संदीप मीणा हुरड़ा तहसील कार्यालय में पटवारी पद तैनात था। मृतक का दिसंबर में जयपुर से हुरड़ा तबादला हुआ था। संदीप के सुसाइड का कारण पारिवारिक क्लेश बताया जा रहा है।
मृतक संदीप के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने अपने परिवार के लोगों को सुसाइड का जिम्मेदार बताया है। शव के पास शराब की बोतल और खाली गिलास भी मिला है। हालांकि अभी पुलिस अधिकारियों ने इस संबंध में कोई भी जानकारी नहीं दी है।