बेंगलूरु। कर्नाटक हाईकोर्ट ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक को चेतावनी दी है कि अगर उसने भारतीय एजेंसियों के साथ सहयोग नहीं किया तो उसे पूरे भारत में बंद कर दिया जाएगा।
न्यायालय ने यह टिप्पणी सऊदी अरब की जेल में बंद एक भारतीय से जुड़े मामले की सुनवाई करते हुए की। फेसबुक कथित तौर पर पुलिस की जांच में सहयोग नहीं कर रहा था।
न्यायालय ने फेसबुक को एक सप्ताह के भीतर अदालत के समक्ष आवश्यक जानकारी के साथ एक पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इसने केंद्र सरकार से भारतीय नागरिक की गलत गिरफ्तारी में अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी देने को भी कहा। इसके साथ ही मेंगलुरु पुलिस को जांच जारी रखने और रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया गया है।
दरअसल, दक्षिण कन्नड़ जिले के बिकर्णकत्ते की रहने वाली कविता ने उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर शिकायत की थी कि कुछ अज्ञात लोगों ने पति शैलेश के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाई है और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) से संबंधित आपत्तिजनक पोस्ट सऊदी अरब और इस्लाम के शासक के खिलाफ की थी।
इसके बाद कविता ने मंगलुरु पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और इसी बीच सऊदी अरब की पुलिस ने शैलेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मेंगलुरु पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और फेसबुक से फर्जी फेसबुक अकाउंट के बारे में जानकारी मांगी। हालांकि, फेसबुक ने पुलिस द्वारा मांगी गई जानकारी का जवाब नहीं दिया।
इस बीच कविता ने साल 2021 में जांच में देरी को लेकर कर्नाटक उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। कविता ने यह भी कहा कि उनके पति पिछले 25 सालों से सऊदी अरब की एक कंपनी में काम कर रहे थे, जबकि वह मेंगलुरु के पास अपने घर में अपने बच्चों के साथ रह रही थीं।