मुंबई। शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) को रविवार को उस समय बड़ा झटका लगा जब पार्टी के उपनेता शिशिर शिंदे ने पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
शिंदे ने अपने पत्र में इस्तीफे का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें पार्टी में काम करने का अवसर नहीं मिलने का मलाल है और न हीं पिछले चार साल तक कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई और फिर उन्हें एक अलंकारिक पद दे दिया गया। उन्होंने यह भी कहा है कि उनके किसी भी कृत्य से शिवसेना की बदनामी नहीं हुई है।
गौरतलब है कि राज ठाकरे के शिवसेना छोड़ने के बाद शिंदे ने उनका समर्थन किया और शिवसेना छोड़ दी लेकिन बाद में फिर से शिवसेना में शामिल हो गए। एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद वह शिवसेना(यूबीटी) के उपनेता बने। वह 2009 में भांडुप विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे लेकिन उसके बाद 2014 में हुए चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।