पांच दिवसीय गौमाता कथा का विराम
अजमेर। बीके कौलनगर के हनुमान मंदिर में चल रही दिव्य धेनुमानस गौमाता कथा आज कथावाचक नंदनी सारस्वत ने कहा कि
गौ माता की सेवा हर तरह से फलदाई हैं। हम किसी भी रूप में गौ माता की सेवा करें, जीवन में उसका अच्छा एवं सकारात्मक परिणाम जरूर आएगा। गौमाता का मनुष्य के जीवन में स्वास्थ्य, खानपान आदि का प्रभाव हैं। यह बात कथावाचक नंदनी सारस्वत ने बीके कौलनगर के हनुमान मंदिर में चल रही पांच दिवसीय दिव्य धेनुमानस गौ माता कथा के अंतिम दिन कही।
उन्होंने 14 जून से प्रारंभ हुई पांच दिवसीय गौमाता कथा को विराम दिया। कोर कमेटी के सदस्य महेंद्र जैन व राजेंद्र मित्तल ने बताया कि चक्रवाती तूफान बिपरजोय के कारण सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण पंडाल में श्रोताओं की कमी रही।
अगर सोमवार को मौसम साफ रहा तो समयानुसार हवन एवं पूर्णाहुति होगी। आज के यजमान में दीपचंद श्रीया, ओमप्रकाश मंगल, रमेश मोटवानी, योगेश खंडेलवाल थे। व्यवस्था सहयोगियों में सुभाष काबरा, कमल पंवार, भूपेश सांखला, योगेश अग्रवाल, राजेंद्र पंवार, सहित अन्य उपस्थित थे।
प्रभात फेरी में गौमाता कथा का कीर्तन
गौमाता कथा आयोजन समिति एवं सन्यास आश्रम की ओर से बीके कौल नगर स्थित हनुमान मंदिर में आयोजित की जा रही दिव्य धेनुमानस गौमाता कथा के अवसर पर रविवार सुबह प्रभात फेरी निकाली गई। प्रभात फेरी कथा स्थल से प्रारंभ होकर हनुमान नगर स्थित श्री कल्याणेश्वर मंदिर, ज्ञानविहार स्थित श्रीराम मंदिर समेत विभिन्न मार्गो से होती हुई पुनः कथा स्थल आई। प्रभात फेरी के दौरान भक्त लोग गौ माता का कीर्तन करते हुए चल रहे थे। काफी संख्या में महिला पुरुष एवं वेदपाठी छात्र शामिल हुए। आलोक माहेश्वरी एवं टीकम शर्मा ने भजनों की प्रस्तुति दी व कीर्तन किया। इस दौरान रामकृष्ण महाराज, अजय शर्मा, भगवान सिंह चौहान, राजेंद्र गांधी, रामरतन छापरवाल, अशोक टाक, लक्ष्मीनारायण हटुका, आभा गांधी, गोकुल अग्रवाल, शांतिलाल, अनिल गोयल, कैलाश जोशी सहित क्षेत्रवासियों ने भाग लिया।