भदोही। बीहड़ों के जंगल से दस्यू सुंदरी फूलन देवी को निकालकर संसद भेजने वाले उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में रविवार को एक बड़ी राजनीतिक उठापटक के तहत समाजवादी पार्टी युवजन सभा के पूर्व जिला सचिव, समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष, जिला सचिव अमजद अहमद सहित 20 लोगों ने समाजवादी पार्टी के आजीवन सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।
कभी समाजवादी पार्टी का गढ़ माने जाने वाले भदोही जिले में अब पार्टी की जड़ें हिलती हुई साफ नजर आने लगी हैं, 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भदोही जिले में सपाईयों का पार्टी छोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। बीते निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी को भदोही जिले में करारी हार का मुंह देखना पड़ा। निकाय चुनाव में भी कईयों ने सपा को अलविदा कह दिया था।
भदोही शहर के हरिरामपुर समाजवादी पार्टी के कैम्प कार्यालय पर आज प्रेसवार्ता करते हुए अमजद अहमद ने योगी माॅडल की तारीफ कर अपने 20 सपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सिर्फ मुसलमानों को तेजपत्ते की तरह इस्तेमाल कर फेंक देती है। समाजवादी पार्टी मुसलमानों के दिलों में नफरत व भाजपा के प्रति भय पैदा कर सियासत कर रही है जबकि आज तक मुसलमानों का भला समाजवादी पार्टी में कभी नहीं हुआ।
योगी सरकार ने भदोही जिले में दो हजार गरीब ऐसे मुस्लिम परिवारों को आवासीय योजना से लाभान्वित किया, जिनके परिवार की महिलाएं बारिश में तिरपाल, छाते के नीचे खाना बनाती थी और पर्दानशीं मुस्लिम महिलाएं खेत खलिहान खुले मैदान में खुले में शौच जाती थी लेकिन अब हर मुस्लिम परिवार के घर स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय बन गये। यह सपा की नहीं, बल्कि भाजपा सरकार की देन है।
भदोही जनपद समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। वर्ष 1996 में भदोही मिर्जापुर संसदीय क्षेत्र से भदोही की जनता ने चम्बल की बीहड़ से निकलकर आयी फूलन देवी को समाजवादी पार्टी के टिकट पर जिताकर संसद भेजा था लेकिन अब नेताजी मुलायम सिंह यादव वाली सपा नहीं रह गई। अब समाजवादी पार्टी में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न हो रहा है। इस तरह के तमाम आरोप लगाते हुए सपाईयों ने पार्टी से इस्तीफा दिया है।