अजमेर। राजस्थान में अजमेर दरगाह के पीछे अंदरकोट क्षेत्र के पहाड़ पर स्थित आस्था के अटूट प्रतीक झरनेश्वर महादेव की सवारी को नगर भ्रमण की प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने से स्थानीय लोगों में रोष है।
भारतीय जनता युवामोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रचित कछावा तथा लवलेश बंसल ने इसे कांग्रेस सरकार का दोगलापन करार देते हुए धार्मिक आस्थाओं पर चोट करार दिया है। उन्होंने कहा कि श्री झरनेश्वर महादेव का नगर भ्रमण की प्रशासनिक स्वीकृति नहीं दिये जाने को हिन्दू विरोधी होने का प्रमाण बताया है।
इधर, श्री झरनेश्वर महादेव सेवा समिति के सचिव प्रकाश ने पत्र के जरिए सभी को 4 अगस्त को प्रस्तावित नगर भ्रमण को प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने से स्थगन की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि नगर भ्रमण रघुनाथ मंदिर से मदारगेट, चूड़ी बाजार, नयाबाजार से आगरा गेट पर समाप्त होनी थी। उल्लेखनीय है कि हरियाणा के नूंह में शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा से सतर्क रहते स्थानीय प्रशासन ने नगर भ्रमण की स्वीकृति नहीं दी है।