अजमेर जिले में होगी बायोलॉजिकल पार्क की स्थापना
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 9 जिलों में 10 अल्पसंख्यक छात्रावासों के संचालन और नवीन पदों के सृजन तथा बीकानेर एवं अजमेर जिले में बायोलॉजिकल पार्क की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के बीकानेर, बूंदी, जैसलमेर, जालोर, झुंझुनूं, नागौर, सवाईमाधोपुर, सीकर एवं उदयपुर जिले में अल्पसंख्यक छात्रावास संचालित किए जाएंगे। इसकी स्वीकृति से उदयपुर में 100 और अन्य सभी जिलों के छात्रावासों की क्षमता 50-50 सीट की रखी गई है।
जैसलमेर में बालक एवं बालिका छात्रावास (कुल दो) एवं बीकानेर के खाजूवाला, बूंदी, सीकर में बालक छात्रावास तथा जालोर, झुंझुनूं, नागौर, सवाई माधोपुर और उदयपुर में बालिका छात्रावास संचालित होंगे। साथ ही, जैसलमेर, झुंझुनूं और जालोर बालिका छात्रावासों में महिला छात्रावास अधीक्षक ग्रेड-द्वितीय और जैसलमेर के बालक छात्रावास में पुरूष छात्रावास अधीक्षक ग्रेड-द्वितीय के एक-एक पदों का भी सृजन किया गया है।
बीकानेर और अजमेर में बायोलॉजिकल पार्क
राज्य के बीकानेर एवं अजमेर जिले में बायोलॉजिकल पार्क की स्थापना की जाएगी। साथ ही जयपुर जंतुआलय को पक्षी विहार तथा बीकानेर जंतुआलय को पक्षी विहार एवं रेस्क्यू सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा।
गहलोत ने इन कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है। इस स्वीकृति से वन्यजीवों के संरक्षण एवं संवर्द्धन को बढ़ावा मिल सकेगा। रेस्क्यू सेंटर से घायल पशु-पक्षियों का त्वरित उपचार किया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने बजट वर्ष 2023-24 में इस संबंध में घोषणा की थी।