जयपुर। राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा राजधानी जयपुर के आमेर किले में जी-20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधियों का गुरुवार शाम को भव्य स्वागत किया गया।
विभाग द्वारा जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए विभन्न देशों से आए प्रतिनिधियों का पुष्प वर्षा, ढोल नगाड़े और लोक नृत्य पेश कर भव्य स्वागत किया गया। मेहमानों के लिए आमेर महल के गणेश पोल पर ‘गाला इवनिंग’ और सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में ‘बेस्ट ऑफ राजस्थान फ्यूजन विद कंटेंपरेरी’, लोक नृत्य और कथक का मिश्रण देखने को मिला।
प्रसिद्ध कोरियोग्राफर मैत्री पहाड़ी के निर्देशन में मंच पर एक साथ 100 से अधिक कलाकारों ने सांस्कृतिक कला और विरासत को पेश किया। राजस्थान के सिरमौर कालबेलिया नृत्य से लेकर रंग-रंगीले सुरों में सजे घूमर, चरी, गैर, कथक, कच्ची घोड़ी, भवाई नृत्य, ढोल नगाड़े और अग्नि नृत्य ने सभी आगंतुकों का दिल जीता। करीब तीस मिनट की प्रस्तुति में राजस्थानी गीत संगीत की झंकार ने बहुरंगी संस्कृति की छटा बिखेरी। वहीं सिर पर चरी लिए ‘मोरिया आछो बोलो री ढलती रात में‘ और ‘दमा दम मस्त कलंदर’ ने प्रतिनिधियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस दौरान एक से बढ़कर एक अद्भुत और अविस्मरणीय प्रस्तुतियों में संस्कृति की जीवंतता एक माला बनकर मंच पर उतरी। कलाकारों की प्रस्तुतियों के साथ लाइट्स के फ्यूजन में शौर्य, साहस के साथ कई भाव नजर आयें। हर प्रस्तुति के जरिए राजस्थान के पर्यटन की झलक भी दिखाई दी।
कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्र, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, मुख्य सचिव उषा शर्मा, पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़, पर्यटन निदेशक डॉ. रश्मि शर्मा, जी-20 समूह के प्रतिनिधियों सहित जनप्रतिनिधि और पर्यटन विभाग के उच्च अधिकारी मौजूद थे।