नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के दौरान 50 घंटे तक वह निडर होकर सवालों का जवाब देते रहे और इस दौरान वह अकेले नहीं बल्कि हज़ारों पार्टी कार्यकर्ता और नेता उनकी ताकत बने हुए थे।
गांधी ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में उदयपुर घोषणा पत्र के तहत पार्टी के ‘भारत जोड़ो’ अभियान की श्रृंखला में कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ईडी के अधिकारी भी उनके निडर और धैर्य के साथ दिए गए सवालों का जवाब देखकर हैरान थे। उनका कहना था कि उसके धैर्य एवं निडरता की बुनियाद में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं की ताकत उनके साथ थी।
उन्होंने कहा कि अपने निडर कार्यकर्ताओं और नेताओं पर मुझे बहुत गर्व है। आप सब ने बीते दिनों जिस जोश और जुनून से संघर्ष किया और अभी भी कर रहे हैं मैं उससे अभिभूत हूं। उन पांचों दिन मैं अकेला नहीं बैठा था आप सब मेरे साथ बैठे थे। आप सब से मुझे धैर्य मिला, शक्ति मिली। मैं आप सभी को दिल से धन्यवाद देता हूं, परिस्थिति चाहे जो भी हो हम सब साथ मिल कर तानाशाह का मुकाबला करेंगे।
गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने रोजगार को खत्म कर दिया है। सेना के लिए जो योजना बनाई है, उसको लेकर वह गारंटी के साथ कह सकते हैं कि सेना से वापस आने के बाद युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा। यह देश के युवाओं के साथ धोखा है और इसे सरकार को रद्द करना चाहिए।
उन्होंने कहा की सरकार के इस कदम का खामियाजा युद्ध के समय देश को भुगतना पड़ेगा। हिंदुस्तान की जमीन पर चीन कब्जा कर चुका है और मोदी सरकार चुप बैठी है। सेना की ताकत को जिस तरह से खत्म किया जा रहा है वह देश के लिए खतरनाक है।