सीतापुर। भ्रष्टाचार समेत अन्य मामलों में निरूद्ध समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और विधायक मोहम्मद आजम खान उच्चतम न्यायालय से अंतरिम जमानत मिलने के बाद शुक्रवार सुबह सीतापुर जेल से रिहा हो गए। बतादें कि 26 महीने, 24 दिन से जेल में बंद आज़म खान की शुक्रवार को ज़मानत पर रिहाई हुई है।
उच्चतम न्यायालय ने खान की अंतरिम जमानत की अर्जी गुरुवार को स्वीकार की थी जिसके बाद उनकी रिहाई का रास्ता साफ हो गया था। जेल सूत्रों के मुताबिक खान की रिहाई का आदेश जेल प्रशासन को देर रात मिल गया था जिसके बाद आज सुबह करीब आठ बजे उन्हें रिहा कर दिया गया। सपा नेता जेल से बाहर आने के बाद अपने परिजनों के साथ रामपुर के लिए रवाना हो गए। उन्होंने हालांकि बाहर मौजूद पत्रकारों से बात नहीं की और उनकी कार के शीशे नीचे नहीं उतरे।
सपा नेता को जेल से लेने के लिए उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम और अदीब आजम के साथ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और सपा विधायक आशु मलिक पहुंचे थे। जेल के बाहर सपा समर्थकों की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किए थे।
खान के वकील जुबैर अहमद खान ने बताया कि एमपी-एमएलए कोर्ट ने एक-एक लाख रुपए के दो मुचलके जमा करने को कहा था, जिन्हें गुरुवार को दाखिल कर दिया गया। इसके बाद कोर्ट ने आजम खान की रिहाई का परवाना जारी किया। सीतापुर जेल में परवाना पहुंचने के साथ ही आजम की रिहाई की तैयारी शुरू कर दी गई थी।
गौरतलब है कि खान को उनकी पत्नी तजीन फातिमा और पुत्र अब्दुल्ला आजम के साथ 27 फरवरी 2020 को सीतापुर जेल में लाया गया था। तजीन फातिमा को 2020 में ही जमानत पर जेल से रिहा कर दिया गया था जबकि अब्दुल्ला की रिहाई इसी साल 15 जनवरी को हुई थी।
सपा नेता ने जेल में ही रह कर पिछला विधानसभा चुनाव रामपुर सदर सीट से लड़ा था और भारी बहुमत से जीत हासिल की थी। हाल के दिनों में प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम की खान से जेल में मुलाकात राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बनी थी हालांकि उन्होंने सपा के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से मना कर दिया था।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने खान की रिहाई का स्वागत करते हुये इसे न्याय की जीत बताया है।