बटाला। पंजाब में गुरदासपुर जिले की ऐतिहासिक नगरी बटाला के रिहाइशी इलाके में स्थित पटाखा फैक्टरी में आज दोपहर हुए भीषण विस्फोट हादसे में मारे गए श्रमिकों में से 19 के शव शाम तक निकाल लिए गए तथा गंभीर रूप से घायल सात लोगों को अमृतसर रैफर किया और पच्चीस घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया।
पुलिस की आज शाम को जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस भीषण हादसे में 19 शव निकाले जा चुके हैं तथा नौ गंभीर रूप से घायलों को अमृतसर मेडीकल कालेज अस्पताल भेजा और 25 घायलों काे अस्पतालों में भर्ती कराया है। एनडीआरएफ की टीम के पहुंचने के साथ ही राहत तथा बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है तथा मलबे से लापता लोगों की तलाश जारी है। विस्फोट के कारण फैक्टरी की इमारत बुरी तरह मलबे में तब्दील हो गई जिससे लापता लोगों की तलाश की जा रही है। ऐसी आशंका है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बटाला फैक्टरी विस्फोट मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए हैं। इस हादसे में अब तक 19 लोगों की मौत हो गई तथा 27 घायल हो गए। बटाला के अतिरक्त उपायुक्त को मामले की जांच करने को कहा गया है।
उन्होंने ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत तथा बचाव कार्य का काम देखने को कहा है। उन्होंने मृतकों के परिजनाें को दो -दो लाख अनुग्रह राशि तथा पचास -पचास हजार गंभीर रूप से घायल सात लोगों और घायलों को पच्चीस -पच्चीस हजार रूपए देने की घोषणा की है।
कैप्टन सिंह ने सिविल तथा पुलिस प्रशासन को पीड़ितों की हर संभव मदद करने के आदेश दिए हैं। एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। अपुष्ट खबरों के अनुसार मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि उसमें कम से कम 50 लोग काम कर रहे थे और उनका अभी तक कोई पता नहीं चला है। मलबा हटाकर मरने वालों की संख्या का पता चल सकेगा।
आसपास के जिलों से दमकलें तथा जेबीसी मशीनें काम पर लगाई गई हैं। यह हादसा बटाला -जालंधर रोड के समीप रिहाइशी इलाके में हुआ। विस्फोट की आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनी गयी जिससे लोगों में दहशत फैल गई। आसपास के इलाकों में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गयीं तथा आसपास खड़े वाहन दूर तक उड़ गए।
जिला उपायुक्त विपुल उजवल तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचकर राहत कार्य की निगरानी कर रहे हैं। शहर के भीड़भाड़ वाले रिहाइशी इलाके में स्थित इस फैक्टरी में बड़े पैमाने पर पटाखे बनाये जा रहे थे। चिंगारी से अचानक कुछ पटाखों में विस्फोट हुआ और तेजी से उसने सारी फैक्टरी में रखे विस्फोटक को अपनी चपेट में ले लिया जिससे भीषण विस्फोट से फैक्टरी की इमारत पूरी तरह गिर गई तथा आसपास के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
बताया जाता है कि पांच सितंबर को गुरू नानक देव जी का विवाह पर्व है जिसे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। गुरू देव का विवाह बटाला में हुआ था। इस पर्व को मनाने की तैयारियों में शहर जुटा था तथा इन पटाखों का इस्तेमाल गुरू नानक देव जी के विवाह पर्व पर होना था। सुलतानपुर लोधी से बारात कल बटाला पहुंचेगी। ज्ञातव्य है कि पिछले साल भी इसी फैक्टरी में धमाका हुआ था।
शिअद ने बटाला हादसे पर जताया दुख
शिरोमणि अकाली दल (शिअद ) के प्रधान सुखबीर बादल ने बटाला पटाखा फैक्टरी विस्फोट मामले में मारे गये लोगों के प्रति दुख जताते हुये राज्य की सभी पटाखा फैक्टरियों में उच्चतम न्यायालय के निर्देश तत्काल लागू कराने के आदेश देने की मांग की है।
बादल ने आज यहां कहा कि सरकार को उन अधिकारियों के प्रति कड़ी कार्रवाई करनी चाहिये जिनके संरक्षण में ये फैक्टरियां चलायी जाती हैं और न्यायालय के आदेशों का सख्ती से पालन नहीं कराया जाता। उन्होंने सरकार से मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने तथा घायलों की पूरी मदद करने का आग्रह किया।
केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल तथा पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया ने मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की तथा शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना जताई है। उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल पटाखा फैक्टरी में लागू होने वाले सुरक्षा नियमों को लागू कराने के निर्देश जिला अधिकारियों को देने चाहिए ताकि रिहाइशी इलाकों में ये फैक्टरियां नहीं चलाई जा सकें।