मैड्रिड। चेक गणराज्य की पेत्रा क्वीतोवा ने किकी बर्टेंस को महिला एकल फाइनल में 7-6,4-6, 6-3 से पराजित करने के साथ मैड्रिड ओपन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब तीसरी बार अपने नाम कर लिया है, वह एेसा करने वाली दुनिया की पहली खिलाड़ी बन गई हैं।
विश्व में 10वीं रैंक क्वीतोवा ने तीन सेटों तक चले चुनौतीपूर्ण मैच को दो घंटे 52 मिनट में जीता जिसमें पहला सेट 75 मिनट तक चला और टाईब्रेक में समाप्त हुआ। हाॅलैंड की खिलाड़ी ने इससे पहले कैरोलीना वोज्नियाकी और मारिया शारापोवा को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी और पहले सेट को टाईब्रेक में हारने के बाद दूसरे सेट में 6-4 से जीत दर्ज कर मैच को निर्णायक सेट में पहुंचा दिया।
बर्टेंस ने तीसरे सेट में शुरूआती ब्रेक अंक हासिल किया लेकिन क्वीतोवा ने लगातार दो बार उनकी सर्विस ब्रेक करते हुये 4-2 से बढ़त बना ली। बर्टेंस ने फिर क्वीतोवा की सर्विस ब्रेक कर स्कोर 4-3 किया लेकिन अगले गेम में सर्विस गंवा बैठी और चेक खिलाड़ी ने फाइनल गेम जीतने के साथ मैच और अपना तीसरा मैड्रिड ओपन खिताब जीत लिया।
क्वीतोवा मैड्रिड ओपन का खिताब जीतने वाली दुनिया की पहली महिला खिलाड़ी बन गयी हैं और उन्होंने अमेरिका की सेरेना विलियम्स और रोमानिया की सिमोना हालेप को पीछे छोड़ दिया है जिनके नाम दो दो खिताब हैं। उन्होंने जीत के बाद कहा कि मेरे शरीर में जो भी था मैंने उसे यहां लगा दिया, जबकि आज का मैच काफी मुश्किल था।
चेक खिलाड़ी ने कहा कि बर्टेंस ने बेहतरीन टेनिस खेला। यह बड़ा मुकाबला था। लेकिन हम दोनों को इस मैच के लिये खुद पर गर्व होना चाहिये क्योंकि दोनों ने ही बहुत अच्छा खेल दिखाया। बर्टेंस ने भी जीत के बाद क्वीतोवा की तारीफ की और उन्हें जीत का हकदार बनाया।
हॉलैंड की खिलाड़ी ने कहा कि यह बेहतरीन फाइनल था। मेरे पास तीसरे सेट में जीतने का मौका था लेकिन मैं उसे भुना नहीं सकी। पेत्रा ने मैच में कई जबरदस्त शॉट्स खेले, इसलिए उन्हें इस जीत का श्रेय जाता है। दो बार की विंबलडन चैंपियन क्वीतोवा दिसंबर 2016 में अपने घर पर चोर के हमले में घायल हो गई थीं और पांच महीने तक खेल नहीं सकी थीं।
हालांकि क्वीतोवा ने मजबूती से वापसी करते हुए सेंट पीटर्सबर्ग लेडीज़ ट्रॉफी, कतर टोटल ओपन और इस वर्ष प्राग ओपन खिताब जीते तथा रविवार को मैड्रिड ओपन के रूप में अपना चौथा खिताब जीत लिया है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह अच्छा और थोड़ा अजीब अनुभव भी है।
चेक खिलाड़ी ने कहा कि मैंने इसकी उम्मीद नहीं की थी कि एक ही वर्ष में दूसरा खिताब जीत पाऊंगी। मैं गत सप्ताह प्राग ओपन में जीती हूं और मुझे नहीं लगा था कि मैड्रिड के फाइनल में पहुुंच जाऊंगी और एक और खिताब भी जीत लूंगी। मैं लेकिन अभी काफी थक गयी हूं और हैरान भी हूं। हालांकि हर खिताब अच्छा महसूस कराता है। मैड्रिड में तीन बार खिताब जीतना बहुत अहम है।