भारत की सबसे बड़ी अफोर्डेबल हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक, आधार हाउसिंग फाइनेंस ने नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) से 175.56 करोड़ रूपये की नई सीएलएसएस सब्सिडी प्राप्त की है।
प्राप्त राशि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) और निम्न आय समूह (एलआईजी) के 7592 ग्राहकों के लिए थी, जो प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत पात्र थे। प्राप्त सब्सिडी ग्राहकों के ऋण खाते में दी जा रही है और इससे उनकी मासिक देय ईएमआई कम हो जाएगी। 31 दिसंबर 2018 तक, आधार ने तकरीबन 10,000 परिवारों की सरकारी सीएलएसएस सब्सिडी प्राप्त कर ली है और उसे उन तक पहुंचा दिया है।
आधार हाउसिंग फाइनेंस के एमडी और सीईओ देव शंकर त्रिपाठी ने कहा कि, “आधार देश के कम आय (एलआईजी) वाले और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए घर प्रदान करने के लिए समर्पित है और पीएमएवाई इस विजन को काफी बढ़ावा देता है। हमारी टीमें जमीनी स्तर पर विभिन्न जागरूकता अभियानों के माध्यम से पीएमएवाई पर व्यापक जागरूकता फैलाती हैं और पात्र ग्राहकों को वर्ष 2022 तक सभी के लिए आवास उपलब्ध कराने के सरकार के विजन के तहत क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी प्राप्त करने के लिए पूर्ण सहायता प्रदान करती हैं।”
आधार हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (आधार), पूर्व में डीएचएफएल वैश्य हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, वर्धवान ग्लोबल कैपिटल (डब्ल्यूजीसी) की एक अनुषंगी है। यह भारत की सबसे बड़ी किफायती हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक है, जिसके द्वारा समाज के निम्न आय वाले और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए घरेलू वित्त जरूरतों को पूरा किया जाता है।
आधार, इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन (आइएफसी) की इक्विटी भागीदारी के माध्यम से विश्व बैंक द्वारा समर्थित है। वर्तमान में 20 राज्यों में इसकी 330 शाखाओं का व्यापक नेटवर्क है, जो 2200 से अधिक स्थानों को शामिल कर देश के 90 प्रतिशत से अधिक निम्न आय वाले लोगों की जरूरतें पूरी करने में मदद करता है। इसके साथ ही इसके द्वारा क्रेडिट सॉल्युशन्स भी उपलब्ध कराये जाते हैं, जो गृह-स्वामित्व को सभी के लिये सुलभ बनाते हैं।