अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित ऐतिहासिक आनासागर झील से बुधवार को मानसून पूर्व ही पानी की निकासी का काम शुरू कर दिया गया। यह पहला मौका है जब मानसून बारिश से पहले ही झील से पानी छोडा जा रहा है।
कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा के आदेश पर सिंचाई विभाग ने आनासागर बारादरी स्थित पानी निकासी के लिए दो चैनल गेट खोल दिए जिसके माध्यम से एक पखवाड़े में धीरे धीरे 70 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी की निकासी की जाएगी। चैनल गेट खोलने से पूर्व 16 फीट भराव क्षमता वाले आनासागर में 13 फीट पानी होने से आनासागर लबालब भरा नजर आता है लेकिन दो फीट निकासी के बाद इसमें ग्यारह फीट पानी का स्तर बनाए रखा जाएगा।
सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता ने बताया कि मानसून की बरसात ने आनासागर में पानी की व्यापक आवक की संभावना के मद्देनजर प्रशासनिक सहमति से उक्त कदम उठाया गया है क्योंकि आनासागर पूरा भर जाने पर जब स्वभाविक रूप से पानी की निकासी होती है तो शहर की निचली बस्तियां जलमग्न हो जाती है जिससे जानमाल की आशंका रहती है। इससे बचने के लिए ही आज पानी निकासी का ऐतिहातन कदम उठाना पड़ा।
अनुमान के मुताबिक प्रतिदिन दो चैनल गेट के जरिए लगातार पानी निकासी होने से करीब 15 दिन में 2 फीट पानी निकलेगा। वर्तमान में 13 फीट पानी है जो 2 फीट निकालने में पूरा पखवाडा लगेगा। मौके पर सिंचाई विभाग के कर्मचारी निगाह रखे हुए हैं। इस बीच विभिन्न संगठनों तथा राजनीतिक क्षेत्र से जुडे लोगों ने मानसून की बारिश होने से पहले ही झील से पानी निकासी किए जाने को प्रशासन का अविवेकपूर्ण फैसला करार दिया है।
उल्लेखनीय है कि एस्केप चैनल के जरिए पानी निकासी कालाबाग, ब्रह्मपुरी, कचहरी रोड, तोपदड़ा, श्रीनगर रोड, आदर्श नगर होते हुए उपखंड क्षेत्र के खानपुरा तालाब तक जाता है।