नई दिल्ली। कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी की ‘बी-टीम’ बताते हुए कहा है कि जिस दिन पार्टी नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भाजपा के हित में वोटों के बंटवारे का काम बंद कर देंगे उसी दिन वह जेल की सलाखों के पीछे होंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता अल्का लाम्बा ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘आप’ और भाजपा के बीच देशभर में मिलाजुला खेल चल रहा है। केजरीवाल पूरे देश में भाजपा की लाइन पर काम कर रहे हैं। उन्होंने उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और गुजरात विधानसभा के चुनावों में यही खेल किया और भाजपा को फायदा देने के लिए वोटों का बंटवारा किया।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल हर चुनाव में भाजपा के लिए इसी तरह का खेल खेलते हैं और देशभर में भाजपा के हित में वोट बांटने का उसकी की ‘बी-टीम’ बनकर करते हैं। उनका कहना था कि जब तक वह इसी तरह का काम करते रहेंगे और भाजपा को फायदा पहुंचाएंगे तब तक केजरीवाल खुली हवा में हैं। जिस दिन उन्होंने यह खेल बंद किया और खुद को दिल्ली तक सीमित रखा उसी दिन उन्हें जेल जाना पड़ेगा।
प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली की शराब नीति का पूरा खाका केजरीवाल का था और उनकी सह पर ही यह काम चलता रहा। उन्होंने खुद फाइलों में दस्तखत नहीं किए और सारा काम आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया से कराते रहे हैं लेकिन वह जानती हैं कि सिसोदिया बहुत देर तक चुप नहीं रहने वाले नहीं हैं और वह देर-सबेर सब कुछ खुलासा कर देंगे और केजरीवाल को अंदर जाना ही पड़ेगा।
लाम्बा ने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी है। उसके मंत्री रहे सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल में बंद हैं लेकिन वह नाबालिक के साथ दुष्कर्म के आरोपी से मसाज कराते वीडियो में दिखाई देते हैं, जेल से बाहर का भोजन उन्हें खाने को मिलता है और सारी सुख सुविधाएं जेल मंत्री होने के नाते दी जाती हैं। अब इसी पार्टी के प्रमुख नेता एवं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोसदिया को केंद्रीय जांच ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है। दिल्ली के उपराज्यपाल जैसे ही दिल्ली की शराब नीति पर सक्रिय होते हैं तो ‘आप’ तुरंत शराब नीति को वापस लेने का काम करती है।
उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने श्री सिसोदिया के खिलाफ पूरी जांच पड़ताल के बाद पुख्ता सबूत जुटाए और इसी आधार पर सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया है। उन्होंने खुशी जताई कि सीबीआई ने तिहाड़ जेल जाकर सिसोदिया से पूछताछ की और उन्हें आज गिरफ्तार किया है। शराब घोटाले की त्वरित जांच होनी चाहिए और अपराधियों को बचाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए।
प्रवक्ता ने कहा कि यह मामला गंभीर है और इस मामले को फास्ट ट्रैक में चलना चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी निकले। मामला फास्ट ट्रैक में चलेगा तो स्थिति साफ होगी। उनका कहना था कि यदि दिल्ली सरकार की शराब नीति सही थी तो फिर इसे वापस क्यों लिया गया। नीति सही होती तो इसे वापस लेने की अवश्यकता नहीं पड़ती लेकिन जैसे ही उपराज्यपाल ने इस मामले में फाइल बढाई तो केरजीवाल सरकार ने तुरंत शराब नीति वापस ले ली। इससे साफ है कि उन्होंने सीबीआई के डर से यह कदम उठाया है।
उन्होंने कहा कि अगर केजरीवाल और उनकी सरकार की शराब नीति सही होती और इस नीति में भ्रष्टाचार की जगह ईमानदारी होती तो मामले की जांच-पड़ताल होने देते और बताते कि वह सही थे और उनकी शराब नीति में कहीं कोई दोष नहीं था लेकिन उन्होंने डर के कारण तुरंत शराब नीति वापस लेने का एलान कर दिया।
दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार गिनते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार ने अवैध नियुक्तियां की हैं। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहते हुए उसके विधायक ने घोटाले किए हैं और इस मामले में इसी पार्टी का विधायक जेल में है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल पर अवैध नियुक्ति का मामला है और उन पर भ्रष्टाचार के आरोप तय हुए हैं।