चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब विधानसभा में विरोधी पक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के मंत्री पद से इस्तीफे को लेकर आज कहा कि सिद्धू को अब तुरंत ‘भ्रष्ट पार्टी‘ कांग्रेस से भी किनारा कर लेना चाहिए।
चीमा ने पार्टी मुख्यालय में मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि कहा कि उनकी पार्टी सिद्धू का स्वागत करेगी क्योंकि वह पंजाब के जवानों, किसानों, दलितों, व्यापारियों, उद्योगपतियों, कर्मचारियों, बेरोजगारों के हक में माफिया राज के विरुद्ध डटने का जज़्बा रखते हैं।
चीमा ने कहा कि सिद्धू की साफसुथरी राजनीतिक छवि और मंत्री के तौर पर उनका बादलों के दस सालों के ‘माफियाराज‘ समेत बेअदबी के मामले में बादलों के विरुद्ध बेबाकी के साथ बोलना मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को रास नहीं आ रहा था।
चीमा ने कहा कि आम लोगों में सिद्धू के बढ़ते राजनीतिक कद को कैप्टन अपनी कुर्सी के लिए भी खतरा समझने लगे थे इसलिए सिद्धू को लगातार अपमानित किया जा रहा था और आखिर उन्हें इस्तीफे के लिए मजबूर कर दिया गया।
चीमा ने कहा कि बेहतर होता सिद्धू बतौर ऊर्जा मंत्री अपना पद संभाल कर पिछली बादल सरकार के दौरान सार्वजनिक थर्मल प्लांट बंद करके निजी कंपनियों के साथ किए गए महंगे और नाजायज शर्तों वाले समझौते रद्द करते और बादलों के बिजली माफिया को नंगा करते और इसे भी सामने लाते कि कैप्टन निजी थर्मल कंपनियों के साथ हुए समझौते को रद्द करने से पीछे क्यों हटे? चीमा ने कहा कि सिद्धू ने प्रदेशवासियों को राहत देने का मौका गंवा दिया है।
इस बीच केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सोम प्रकाश ने लुधियाना में कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि मुख्यमंत्री ने किसी मंत्री का विभाग बदला हो और मंत्री ने विभाग स्वीकार करने से इंकार किया हो। उन्होंने सिद्धू के इस्तीफे को ‘देर आयद दुरुस्त आयद‘ करार दिया।