जयपुर। दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने राजस्थान में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी एवं प्रमुख विपक्ष कांग्रेस पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि आप प्रदेश में अन्य किसी पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी।
केजरीवाल आज यहां किसान महापंचायत के अध्यक्ष एवं आप नेता राम पाल जाट को जूस पिलाकर उनका अनशन समाप्त कराने के बाद मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उनकी पार्टी किसी से गठबंधन नहीं करेगी और विधानसभा की कुल दो सौ सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि देश में किसानों के हालात बहुत खराब हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही किसानों पर ध्यान नहीं दिया हैं और दिल्ली में आप की सरकार ने हमेशा गरीबों, किसानों का ध्यान रखा और दिल्ली में एक बार अकाल के समय किसानों को बीस हजार रुपए प्रति किला मुआवजा दिया गया था।
उन्होंने केन्द्र सरकार पर किसानों की फसल बीमा योजना के तहत किसानों को कोई फायदा नहीं पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके तहत किसानों को इसका एक पैसा नहीं मिला हैं तथा बीमा कंपनियां इसका फायदा उठा गई। उन्होंने कहा कि यह योजना केवल भाजपा बीमा योजना बनकर रह गई हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में पूर्व में कांग्रेस के पांच साल के शासन से लोग दुखी थे और इसके कारण भाजपा शासन में आई और अब भाजपा के पांच वर्ष के शासन में जनता फिर दुखी हैं और अब पांच साल कांग्रेस और पांच साल भाजपा का शासन का सिलसिला बंद होगा और अबकी बार तीसरा विकल्प आप के लिए जनता सकारात्मक कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भी जनता ने सकरात्मक कदम उठाते हुए आप को आगे लाई थी।
उल्लेखनीय है कि राज्य में जमींदारा पार्टी की श्रीगंगानगर विधायक कामिनी जिंदल द्वारा एक अखबार में विज्ञापन देकर आम आदमी पार्टी की भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम का समर्थन करने के बाद यह कयास लगाए जाने लगे थे कि जमींदारा पार्टी का आप के साथ कोई तालमेल हो सकता हैं लेकिन श्री केजरीवाल ने गठबंधन से इंकार कर कयास पर विराम लगा दिया।
भाजपा और कांग्रेस दोनों एक जैसे
केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस दोनों को एक जैसी पार्टियां बताते हुए कहा है कि इनके शासन में किसान और जनता परेशान रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों के शासन में किसानों के हालात बहुत खराब रहे और वे आत्महत्या करने को मजबूर हो गए। उन्होंने कहा कि किसानों के कर्ज माफ तथा उनकी फसल के पूरे दाम मिलने चाहिए।
उन्होंने राज्य सरकार पर वोटों की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अनशन की भाषा नहीं, केवल वोटों की भाषा समझती हैं। इसलिए उसे अब चुनाव में वोट से जवाब देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में इन दोनों पार्टियों में बारी-बारी से शासन करने का तालमेल बना हुआ हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछली बार लोगों ने कांग्रेस से परेशान होकर भाजपा की सरकार बनाई और उम्मीद थी कि वह किसानों का हित करेगी लेकिन इन पांच सालों में वह ही हाल रहे, जो कांग्रेस शासन में थे।
उन्होंने कहा कि इन पार्टियों को दिल्ली में लोग समझ गए और आप ने इनकों सत्ता से बाहर कर दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में शिक्षा के मामले में कई नवाचार किए गए हैं और पूरी दुनिया में दिल्ली के शिक्षा मंत्री की पहचान बनी हैं लेकिन राजस्थान के शिक्षा मंत्री को उन्हीं के राज्य में लोग नहीं जानते।
उन्होंने केन्द्र सरकार पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को फायदा नहीं पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस योजना को बंद कर देना चाहिए। उन्होंने किसानों से वसूला गया पैसा दिए जाने की मांग भी की। इस अवसर पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का चुनाव प्रचार में जुट जाने का आह्वान किया।
केजरीवाल ने राज्य में आप पार्टी का ड्राफ्ट घोषणा पत्र जारी किया। इस घोषणा पत्र काे किसान, जवान एवं राजस्थान शीर्षक से जारी किया तथा आम लोगों से सुझाव भी मांगे गए हैं।