नई दिल्ली। रोजमर्रा की उपभोक्ता वस्तु बनाने वाली प्रमुख कंपनी आईटीसी का आशीर्वाद आटा 4000 करोड़ रुपए का ब्रांड बन गया है तथा ब्रांडेड आटा बाजार में इसकी हिस्सेदारी 28 प्रतिशत हो गई है। आईटीसी अब आशीर्वाद ब्रांड का विस्तार करते हुए नए खंडों मसलन डेयरी मिल्क और घी के अलावा मसाला, इंस्टेंट मिक्स और रेडी मील भी बाजार में लेकर आई है।
आईटीसी के खाद्य कारोबार के डिवीजनल मुख्य कार्यकारी हेमंत मलिक ने यहां कहा कि आशीर्वाद ब्रांडेड पैकेट बंद आटा बाजार में शीर्ष पर है। यह 4,000 करोड़ रुपए से अधिक का ब्रांड है। यह ब्रांड पिछले कई वर्षो से 16 से 17 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि आशीर्वाद आटा की लोकप्रियता को प्रभावित करने की कोशिश सोशल मीडिया पर की गई है और एक वीडियो क्लिप में आशीर्वाद आटे में प्लास्टिक होने की बात बताई गई है जो पूरी तरह से ‘दुर्भावना पूर्ण’ एवं ‘गलत तरीके’ से दिखाया गया है। यह सब आशीर्वाद आटे में उपभोक्ताओं के भरोसे को खत्म करने का प्रयास है।
उन्होंने कहा कि वीडियो में आटे में प्लास्टिक की तरह का खिंचाव दिखाया गया जो प्लास्टिक की वजह से नहीं बल्कि गेहूं में पाए जाने वाले प्रोटीन यानि ग्लूटीन की वजह से है जिसे एफएसएसएआई ने आटे के लिए महत्वपूर्ण घटक माना है। प्रोटीन गेहूँ के आटे का अभिन्न हिस्सा है। इस प्रोटीन की वजह से ही आटे को गूंथा जाता है। बिना इस प्रोटीन के चपातियां बनाना संभव ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि आशीर्वाद ब्रांड का विस्तार करते हुए गाय का घी उतारा है। इसके अलावा बिहार के मुंगेर में पिछले महीने आशीर्वाद दूध भी उतारा गया था। अब आशीर्वाद ब्राण्ड ने मसाले और नमक की तरफ भी अपना ध्यान दिया है। यह सभी बुनियादी प्रमुख भोज्य पदार्थ है।