आबूरोड( सिरोही) अपनी अटकी विकलांग पेंशन शुरू करवाने की आशा में तीसरे प्रशासन गांव के संग शिविर उपलाखेजड़ा में लकड़ी के सहारे राडा गांव का विकलांग चौपाराम आया।
बता दें की हर शिविर में उसको आश्वासन मिलता है तुम्हारे खाते में पेेंशन आ जाएगी।
उपला गढ़ ग्राम पंचायत के राडा गांव का विकलांग चोपाराम 5 साल से अटकी विकलांग पेंशन की आशा में अब तक तीन प्रशासन गावों के संग शिविर में अपनी फरियाद लेकर गया लेकिन उसके खाते में पैशन नहीं आई।
क्या आश्वासन मिला प्रत्येक शिविर में
(1)30 नवंबर 2021 को उपला गढ़ ग्राम पंचायत के प्रशासन शिविर में उसने शिविर प्रभारी को प्रार्थना पत्र देकर अटकी पेंशन शुरू करवाने की मांग की।
जिस पर सक्षम अधिकारी ने कहा कि तुम्हारे पेंशन आ रही है कल बैंक से उठा लेना।
बैंक में जाने पर उनके खाते में किसी प्रकार की कोई पैशन नहीं आई।
(2) 2 दिसंबर को लकड़ी के सहारे निचला गढ़ प्रशासन शिविर में पहुंचा, जहां किसी द्वारा प्रार्थना पत्र नहीं लिखे जाने की मदद नहीं करने से शिविर स्थल पर बेसहारा घूमता हुआ ज्यादा देरी होने की वजह से वापस राडा लोट गया।
(3) वह 9 दिसंबर को उपला खेजड़ा प्रशासन गांव के शिविर में उपस्थित हुआ जहां सक्षम अधिकारी ने कहा कि तुम हर शिविर में क्यों आते हो मत आया करो।
बड़े सवाल
इनके पास विकलांग प्रमाण पत्र है, बैंक की पासबुक है, विकलांग प्रमाण पत्र 2010 के आसपास बना है।
इस विकलांग के खाते में किसी प्रकार की कोई पैशन नहीं आ रही है।
अब वह तीन प्रशासन गांवों के संग शिविर में जाने के बाद और कही जानें कि उसकी हैसियत नहीं है। उसका आवास जितना दुर्गम है कल्पना से परे।