आबूरोड,( सिरोही) सिरोही जिले के आबूरोड के उपलाखेजड़ा में प्रशासन के गांव संग शिविर में ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश फूट गया।
शिविर प्रभारी ने दुर्गम निचला खेजड़ा की मथारा फली पहुंचकर आंगनबाड़ी से वंचित, विद्युत वंचित, पगडंडी के सफर पर जानी भौतिक व भौगोलिक जानकारी।
प्रशासन गांवों के संग शिविर उपलाखेजडा में शिविर प्रभारी को ग्राम पंचायत विकास अधिकारी द्वारा कार्य दिवस में शराब के नशे में आमजन के कार्य बाधित करने का मामला उठाया, जिस पर प्रभारी ने विकास अधिकारी को मामले में कार्रवाई प्रस्तावित कर अविलंब वस्तुस्थिति चाही, ग्रामीणों ने उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य, व्याख्याताओं के 3 पद व वरिष्ठ अध्यापकों के 5 पद रिक्त होने से माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों का एक भी अध्यापन कराने वाला शिक्षक नियुक्त नहीं होने से आदिवासी छात्र बिना सक्षम गुरु के बेवजह आकर विद्यालय समय बाद चले जाते हैं।
दुर्गम मथरा फली पहुंचे शिविर प्रभारी
आईएएस शिविर प्रभारी अभिषेक सुराना ग्राम पंचायत की दुर्गम निचलाखेजड़ा की मथारा फली पहुंचे, जहां आजादी के बाद 0 से 5 वर्ष के बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं के लिए पोषाहार, टीकाकरण के लिए आंगनवाड़ी नहीं होने, सभी घरों में विद्युत वंचित अंधेरे मे रहने, सड़क नहीं होने से आदिवासियों की पीड़ा पर त्वरित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया।
जनप्रतिनिधियों ने बांटे प्रमाण पत्र
शिविर स्थल पर विधायक समाराम गरासिया, पंचायत समिति सदस्या श्रीमती मणीबेन, पंचायत समिति सदस्य देवाराम सरपंच कोदरी देवी, द्वारा विभिन्न प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।
विधायक समाराम गरासिया ने प्रधानमंत्री जनधन योजना व अन्य आवास योजनाओं पर ग्रामीण जनों को अधिकाधिक लाभान्वित होने का आग्रह किया ।