आबूरोड/सिरोही। सिरोही जिले के आदिवासी बहुल आबूरोड के उपलागढ़ गांव में गुरुवार को बाबा गैर के मेले में घोड़ा नृत्य इस बार खास आकर्षण का केंद्र रहा।
गैर मेले में गुजरात राजस्थान के विभिन्न गांवों के ग्रामीण परंपरागत वेशभूषा में सैकड़ों की तादाद में पहुंचे जहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सिलसिला खूब देर चला। स्वांग तथा घोड़ा नृत्य बनकर पहुंचे पुरुषों ने भाखर बाबा की मंदिर पर मत्था टेकने के बाद सार्वजनिक स्थान पर घोड़ा नृत्य का लाजवाब प्रदर्शन किया गया।
ढोल वादन के साथ उनके कार्यक्रम की प्रस्तुतियों को देखने के लिए बडी संख्या में लोग उमड़ पड़े। आदिवासी महिलाओं ने घेरे में स्थानीय बोली के गीतों को गाया। गत वर्ष कोरोना काल में दिवंगत हुए प्रमुख लोक कलाकार डोला राम गरासिया को मंदिर के सामने 2 मिनट का मौन रखकर याद किया गया।
सभी ने कहा कि उनकी लोक कलाकारी की जगह लेना किसी के बूते से बाहर है, मेले में उनकी कलाकारी के चर्चे आमतौर पर चुने जाते रहे। मेले के दौरान करीब 1 किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लगी रहीं। पुलिस व्यवस्था के माकूल इंतजाम रहे।