अजमेर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर में गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया तथा तीन सूत्रीय मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
परिषद के महानगर मंत्री आसुराम डूकिया जंजीला के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी का गुख्य गेट बंद कर दिया और जमकर नारेबाजी की। इस बीच विरोध का अनूठा तरीका अपनाते हुए छात्र कार्यकर्ता गेट के सामने सोशल डिस्टेंसिंग के अनुसार दूर दूर बैठकर पुस्तकें पढ़ने लगे। छात्रों का कहना था कि सरकार परीक्षाओं को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं कर रही है। परीक्षाएं कभी भी हो सकती ,है इसलिए हम यूनिवर्सिटी के बाहर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं।
एबीवीपी कार्यकर्ता कुछ समय बाद कुलपति सचिवालय पहुंचे। वहां भी पुस्तकें पढकर विरोध जताया। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से सचिवालय के चैनल गेट पर ताला लगवा देने तथा कुलपति से मुलाकात नहीं होने के कारण एबीवीपी पदाधिकारी धरने पर बैठ गए। गेट के बाहर हंगामा होते देख डीन अरविंद पारीख ज्ञापन लेने पहुंचे तथा उन्होंने समस्त मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का भरोसा दिलाया।
एबीवीपी महानगर मंत्री जंजीला का कहना था कि सरकार को परीक्षाओं को लेकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। छात्र असमंजस की स्थिति में है। यूजीसी के बाद राजस्थान सरकार को भी स्पष्ट गाइडलाइन तैयार करनी चाहिए। इसी तरह मार्कशीट में प्रमोट शब्द नहीं लिखे जाने को लेकर भी नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि मार्कशीट पर प्रमोट शब्द लिखा हुआ आया तो छात्र का मूल्यांकन कैसे हो पाएगा। मजबूरन सरकारी व प्राइवेट सेक्टर में नौकरी आदि के समय परेशानी का सामना करना पडेगा। इसलिए मार्कशीट में अंक देने चाहिएं। आगामी सत्र में पाठ्यक्रम को 30 से 40 परसेंट कम किया जाना चाहिए। इसके अलावा ऑनलाइन क्लास की आड़ में प्राइवेट कॉलेजों में वसूली जा रही फीस पर रोक लगनी चाहिए।
जंजीला ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अंकतालिका में जनरल प्रमोट आता है तो विद्यार्थी परिषद प्रदेश स्तर पर उग्र आंदोलन करेगी उसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन व राजस्थान सरकार की होगी।
इस मौके पर सोहन शर्मा, महिपाल सिंह,बाबूलाल गुर्जर, उदय सिंह शेखावत, इकाई अध्यक्ष विश्वराज सिंह, अध्यक्ष विकास गोरा, गजेंद्र सिंह टाक, दिनेश चौधरी, सूरजभान, हर्ष लाम्बा, शिवराज चौधरी, पीयूष पारीक, शुभम सैन, महेंद्र राणा, कमलेश प्रजापत, वीरेंद्र प्रजापत, प्रदीप मिश्रा, सुरेश गोदारा, बंटी गुर्जर, दीवान गुर्जर, सोफेश रावत आदि छात्र एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।