अलवर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने अलवर के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय में साढ़े नौ हजार रुपए की रिश्वत लेते एक वकील को गिरफ्तार किया है।
ब्यूरो की अलवर चौकी में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रविन्द्र सिंह ने आज बताया कि परिवादी मीना देवी ने 25 अप्रैल को एसीबी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई कि उसका पुत्र किशन जेल में बंद है, कोर्ट कैम्पस तिजारा में वकील प्रमोद कुमार एडवोकेट ने खुद को अतिरिक्त सत्र एवं जिला न्यायालय में खुद को सरकारी वकील बताकर उसके पुत्र की जमानत करवाने की एवज में 15 हजार रूपए की मांग कर रहा है, जिसमें परिवादी 5500 रूपए 26 अप्रैल को दे चुकी थी।
उन्होंने बताया कि ब्यूरो ने इसका 26 अप्रैल को सत्यापन कराया तो उसमें रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हो गई। इसके बाद ब्यूरो के दल ने जाल बिछाकर परिवादी को 9500 हजार रूपए देकर कस्बे के बस स्टैंड भेजा, जहां आरोपी वकील प्रमोद कुमार पहले से ही मौजूद था। जैसे ही आरोपी ने रिश्वत की राशि लेकर अपने जेब में रखी, वहां मौजूद ब्यूरो के दल ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया और रिश्वत के 9500 रूपए बरामद कर लिए।
सिंह ने बताया कि जांच करने पर पाया गया कि उक्त वकील प्रमोद यादव पेशे से वकील है, लेकिन वह तो न तो सरकारी वकील है और न ही पीड़िता परिवादी का वकील।
बंधक बनाकर लूट के पांच आरोपी दबोंचे
अलवर जिले के नौगांवा थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक दुकानदार को बंधक बनाकर लूटने के आरोप में आज पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया।
थानाधिकारी महेश शर्मा ने आज बताया कि दुकानदार रसमीन को 25 अप्रैल को रात करीब 11:30 बजे एजाज, तारिफ और अन्य युवक उसकी दुकान में बंधक बनाकर 15 सौ रूपए, मोबाइल एवं दवाईयां लूटकर ले गए।
उन्होंने बताया कि मामले की जांच के बाद एजाज, मुनफेद, संजीद एवं जुनेद को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से पूछताछ के बाद तारिफ को भी गिरफ्तार कर लिया गया। उनसे लूटे गये रूपये एवं दवाईयां सहित मोबाइल बरामद कर लिया गया।