जयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जयपुर नगर निगम ग्रेटर में सफाई की जिम्मेदारी संभाल रही बीवीजी कंपनी के बिल पास करने पर कमीशन मामले में बीवीजी प्रतिनिधि ओमकार सप्रे और निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम को आज अरेस्ट किया।
ब्यूरो के सूत्रों के अनुसार वायरल हुए वीडियो और ऑडियो क्लिपस को राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) में विशेषज्ञ की राय के लिए भेजी गई। राजस्थान एफएसएल से प्राप्त रिपोर्ट में कुछ आयाम पर जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं होने पर अन्य राज्य की एक प्रतिष्ठित राजकीय एफएसएल को क्लिपस भेजी गई।
दोनों एफएसएल से रिपोर्ट प्राप्त होने पर जांच एवं विश्लेषण करने पर रिश्वत की भारी राशि सेवा प्रदाता द्वारा ऑफर करने, नगर निगम की तत्कालीन मेयर के पति द्वारा धमकाने के अंदाज में रिश्वत मांगने एव रिश्वत के ऑफर को स्वीकार करने तथा इन सब में एक अन्य व्यक्ति की सहयोगात्मक उपस्थिति होना प्रथम दृष्टया पाया गया है।
ब्यूरो ने इस मामले में निलंबित मेयर के पति राजाराम गुर्जर, बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि संदीप और ओमकार सप्रे अन्य उपस्थित आरएसएस के प्रचारक निम्बाराम और अन्य के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधित) अधिनियम 2018 के प्रावधानों एवं सहपठित धारा 120बी भादस में प्रकरण ब्यूरो मुख्यालय में दर्ज किया गया है।
शुरुआती अनुसंधान में प्रथम दृष्टया आरोपों का खुलासा हुआ है जिसमें साक्ष्य सकलन एवं अग्रिम अनुसंधान के लिए राजाराम गुर्जर और ओमकार सप्रे को प्रकरण में गिरफ्तार किया गया है तथा पूछताछ की जा रही है।