सूरत। गुजरात पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने सूरत के कामरेज तालुका के वलथाण स्थिति सरकारी गेस्ट हाऊस से आज एक फर्जी राजस्व अधिकारी (उप मामलतदार) तथा एक अन्य को एक व्यक्ति से तीन लाख रूपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी के सहायक निदेशक डी पी चूडासमा ने बताया कि शिकायतकर्ता का मकान सूरत महानगरपालिका के नगर नियोजन के तहत एक आम रास्ते में कथित तौर पर पड़ रहा था।
इसको लेकर अहमदाबाद आंबावाड़ी निवासी भाविन ठक्कर ने खुद को फर्जी तौर पर उप मामलतदार और नगर नियोजन अधिकारी का मित्र बताते हुए शिकायतकर्ता के मकान को गिराये जाने से बचाने के लिए उससे 10 लाख रूपए की रिश्वत मांगी थी। पहली बार में उसने पचास हजार रूपए भी लिए थे।
चूडासमा ने बताया कि आज ठक्कर और सूरत के ही रहने वाले उसके साथी जगदीश वरू को जाल बिछा कर अतिथि गृह के कमरा नंबर चार से तीन लाख रूपए की रकम लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया।