श्रीगंगानगर। राजस्थान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHRM) के तहत चिकित्सीय उपकरणों की खरीद में करोड़ों रुपए की अनियमितता किए जाने का मामला उजागर हुआ है।
श्रीगंगानगर में एक पूर्व पार्षद द्वारा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को उच्च स्तर पर की गई शिकायत पर मामले की जांच की जा रही है। एसीबी की श्रीगंगानगर इकाई द्वारा घपले के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से चिकित्सीय उपकरणों की खरीद प्रक्रिया का रिकॉर्ड तलब किया गया है।
एसीबी के सूत्रों के अनुसार श्रीगंगानगर के अलावा जोधपुर, जैसलमेर, नागौर बीकानेर और भीलवाड़ा जिलों में भी चिकित्सीय उपकरणों की खरीद में अनियमितता होना बताया गया है। इन जिलों में वर्ष 2014 से 18 के दौरान लगभग आठ करोड़ मूल्य के चिकित्सकीय उपकरणों की खरीद की गई।
आरोप है कि फर्जी कंपनियां बनाकर केंद्र सरकार के सामान्य आपूर्ति एवं निपटारा निदेशालय (डीजीएस एंड डी) के फर्जी दस्तावेज और फर्जी इंस्पेक्शन नोट बनाकर एन एचएचआरएम के बजट से फिजियोथैरेपी का गुणवत्ताहीन सामान ऊंची कीमत पर खरीदा गया। खरीद के चार-पांच वर्ष बाद भी ये उपकरण चिकित्सा संस्थाओं में धूल फांक रहे हैं। इन उपकरणों को स्थापित ही नहीं किया गया।
सूत्रों ने बताया कि श्रीगंगानगर में तत्कालीन उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी और वर्तमान में जिला परियोजना अधिकारी और एक पूर्व लैब टेक्नीशियन पर यह फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया गया है।
एसीबी के जयपुर मुख्यालय में की गई शिकायत पर उच्च अधिकारियों के निर्देश पर एसीबी की श्रीगंगानगर इकाई ने स्थानीय चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग से फिजियोथैरेपिस्ट उपकरणों की खरीद की प्रक्रिया और खरीदे गए सामान की मूल पत्रावली प्रमाणित रिकॉर्ड के साथ तलब की गई है। एसीबी ने मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी से यह रिकॉर्ड तत्काल उपलब्ध करवाने को कहा है।
श्रीगंगानगर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व सीएमएचओ के कार्यकाल में नसबंदी ऑपरेशनों के लिए करीब 13 लाख कीमत के गद्दे खरीदने के मामले की एसीबी द्वारा की जा रही है। इस जांच में यह मामला सामने आया है। इस पर एक पूर्व पार्षद ने एसीबी को विस्तृत तथ्यों के साथ शिकायत की है।