श्रीगंगानगर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने राजस्थान के श्रीगंगानगर एवं हनुमानगढ़ शहरों में पुलिस निरीक्षक संजय बोथरा के आवास पर छापा मारकर आय से अधिक सम्पति की कार्रवाई जांच शुरू की।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जोधपुर के बासनी थाने में बजरी माफिया को संरक्षण देने के आरोप में विवादों में रहे तत्कालीन पुलिस निरीक्षक संजय बोथरा की आय से अधिक संपत्ति की जांच लगातार की जा रही है।
ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणेशनाथ सिद्ध के नेतृत्व में ब्यूरो टीम ने हनुमानगढ़ जिले में पीलीबंगा में बोथरा के पैतृक घर में सुबह करीब पांच बजे छापा मारा। ब्यूरो की टीम ठीक इसी समय बोथरा के हनुमानगढ़ जंक्शन में हाउसिंग बोर्ड स्थित एक मकान की सर्चिंग करने को एसीबी की टीम पहुंची। लेकिन मकान के बंद होने के कारण टीम तलाशी नहीं ले सकी। एसीबी टीम ने हाउसिंग बोर्ड स्थित उक्त मकान को सीलबंद कर दिया।
सूत्रों के अनुसार ब्यूरो टीम को हाउसिंग बोर्ड की के मकान के आसपास के लोगों से पूछताछ की पता चला कि यह मकान लगभग डेढ़ वर्ष से बंद पड़ा है, इस दौरान संजय बोथरा या उनके परिवार का कोई सदस्य कभी-कभार ही इस मकान में आया है सिद्ध ने बताया कि मकान में कोई नहीं होने के कारण इसकी तलाशी नहीं ली जा सके बाहर मेन गेट पर लगे हुए ताले पर ही एसीबी ने अपनी सील मोहर लगा दी और नोटिस चस्पा कर दिया।
उल्लेखनीय है कि पीलीबंगा के मूल निवासी संजय बोथरा बीकानेर संभाग में श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिला मुख्यालयों पर विभिन्न पुलिस थानों में तैनात रहे हैं। उनका विवादों से पुराना नाता है वे कई बार गंभीर मामलों में फंसे लेकिन बड़ी चतुराई से वे हर बार बच निकले। जोधपुर के बासनी थाना के मामले में भी वे कई दिन तक गायब रहे और तब बाहर आए जब स्थितियां कुछ उनके अनुकूल हो गई।
श्रीगंगानगर शहर अथवा जिले के दूसरे हिस्सों में संजय बोथरा की बेनामी चल अचल संपत्तियां होने की संभावना है। एसीबी की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा ने बताया कि अभी सभी जगह कार्रवाई चल रही हैँ।