Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम भी एसीबी के फेर में फंसे - Sabguru News
होम Headlines निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम भी एसीबी के फेर में फंसे

निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम भी एसीबी के फेर में फंसे

0
निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम भी एसीबी के फेर में फंसे

जयपुर। नगर निगम जयपुर ग्रेटर के आयुक्त से हाथापाई मामले में निलंबित मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर के पति राजाराम गुर्जर का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में राजाराम गुर्जर जयपुर में सफाई का काम कर रही बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि से 10 फीसदी कमीशन पर बात करते हुए दिख रहे हैं। इस वायरल वीडियो के आधार पर एसीबी ने केस दर्ज कर लिया है।

वायरल वीडियो में राजाराम और एक व्यक्ति जिसका चेहरा नहीं दिख रहा है। वह बीवीजी कंपनी को 276 करोड़ रुपए के बकाया चल रहे भुगतान करने को लेकर 10 प्रतिशत कमीशन की पेशकश कर रहा है। यह वायरल वीडियो 20 अप्रैल 2021 को शाम करीब साढ़े 6 बजे का बताया जा रहा है।

रिश्वत के लेनदेन की बातचीत का यह वीडियो सामने आने के बाद सियासी हलकों में भी खूब हलचल है। यह वीडियो ऐसे वक्त सामने आया है जब सुबह ही हाईकोर्ट में मेयर के निलंबित करने को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई होनी थी।

एसीबी ने प्राथमिक जांच पीई दर्ज कर ली है। एसीबी डीजी बीएल सोनी का कहना है कि एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लोकसेवा संबंधी रिश्वत की बात हो रही है। साफ तौर से भ्रष्ट आचरण से जुड़ी जानकारी मिल रही है। इस वीडियो के आधार पर हमने प्राथमिक जांच पीई दर्ज कर इसकी जांच एसीबी के एडीशनल एसपी को दी है। आगे पूरी प्रक्रिया के तहत फैक्ट फाइंडिंग की जाएगी। आगे सबूत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। जो दिख रहा है उसे कोई झुठला नहीं सकता।

जयपुर शहर में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने वाली बीवीजी कंपनी को हटाने को लेकर ही महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर और नगर निगम ग्रेटर के कमिश्नर यज्ञमित्र सिंह देव के बीच टकराव हुआ था। महापौर और पार्षद जयपुर शहर में सफाई का काम इस कंपनी से छीनना चाहते थे। वहीं, कमिश्नर यज्ञमित्र सिंह देव ने अधरझूल में लटकाए रखा था। उन्होंने बीवीजी कंपनी का टेंडर निरस्त नहीं किया। इससे महापौर और नगर निगम कमिश्नर के बीच टकराव पैदा कर दिया।

कंपनी का प्रतिनिधि जिसका चेहरा नहीं दिख रहा है वह कह रहा है कि 276 करोड़ रुपए का पेमेंट है। इसमें जो भी पेनल्टी लगेगी वो तो मेरी जाएगी। गलत बात तो नहीं कर रहा ना। नियमानुसार बात कर रहा हूं। मान लो 5 करोड़ कटे, 10 करोड़ कटे, 15 करोड़ कटे या 50 करोड़ जो भी कटे। पेमेंट रिलीज करवा दो आप। छह महीने में, साल भर में, जितना भी पेमेंट होगा।

तभी दूसरी तरफ से आवाज आती है कि भाई 276 है और इसके आप 20 बता रहे हो। तब राजाराम गुर्जर कुछ कहते हैं लेकिन साफ सुनाई नहीं दे रहा। कंपनी का प्रतिनिधि कहता है-जितना पेमेंट रिलीज होगा उसका 20 यानी 10 परसेंट हो गया। एक तरह से 10 परसेंट जिस दिन चाहें उस दिन आप चैक काट लो।

इस वीडियो में नगर निगम में रुका हुआ बकाया भुगतान को लेकर 10 फीसदी यानी 20 करोड़ रुपए की डील एक कमरे में हो रही है। यानी जिस तरह कंपनी को भुगतान होता जाएगा। उसका 10 प्रतिशत कमीशन राजाराम को मिलता जाएगा। हालांकि राजाराम यह बकाया भुगतान 6 महीने में पूरा दिलवाने की बात करते हुए नजर आ रहे हैं। उसके बदले एक मुश्त 10 करोड़ का चेक देने की बात बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि सौम्या गुर्जर के पति राजाराम से कर रहे है।

इसी वीडियो में बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि कहते हुए नजर आ रहे है कि जो पेनल्टी लगानी है वो लग जाएगी लेकिन 6 महीने में पूरा पेमेंट रिलीज करवा दीजिए। इसी बीच राजाराम डील में भुगतान का पैसा चेक के नाम से देने से इंकार कर देते है। इस वीडियो में निगम की समितियों, चेयरमेनों और पार्षदों को लेकर भी चर्चा हो रही है।