भागलपुर। एसिड अटैक के कारण गंभीर रूप से झुलसी बिहार की बहादुर बेटी काजल करीब पांच सप्ताह तक मौत से लगातार जंग लड़ने के बाद अंतत: हार गई।
बिहार के भागलपुर शहर की बेटी काजल के घर में 19 अप्रेल की देर शाम को घुसे बदमाशों ने कथित जबरदस्ती करने में असफल होने पर छात्रा पर एसिड फेंक दिया था। हमले में काजल बुरी तरह से झुलस गई, जिसे पहले भागलपुर मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया था।
बाद में चिकित्सकों के सलाह पर बेहतर इलाज के लिए उसे गंभीर स्थिति में बनारस के सिमरन अस्पताल भेजा गया। छात्रा की हालत में करीब दस दिन पूर्व कुछ सुधार भी हुआ था। लेकिन, सप्ताह पूर्व काजल की हालत बिगड़ने पर उसे बनारस में ही अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया।
काजल की हालत नाजुक होने पर रविवार शाम को ही उसे एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा गया, जहां उसे सफदरगंज अस्पताल में भर्ती करवाया गया। विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम की देखरेख में काजल का इलाज शुरू हुआ लेकिन उसकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई और अंतत: आज सुबह मौत हो गई। घटना के करीब 36 दिन बाद पीड़िता जिंदगी से अपनी जंग हार गयी। मौत के समय काजल के पिता गौतम साह और उसकी मां समेत परिवार के कई अन्य सदस्य उसके पास थे।
इस मामले में काजल के परिजनों के बयान पर उसके पड़ोसी प्रिन्स कुमार समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, परिजनों का कहना है कि मुख्य आरोपित अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी बहुत जरूरी है तभी काजल की आत्मा को शांति मिलेगी।
दूसरी और काजल की मौत की खबर से भागलपुर के लोग स्तब्ध हैं और इलाके में सन्नाटा है। स्वंयसेवी संस्था सक्षम फाउन्डेशन की अध्यक्ष संगीता तिवारी ने कहा कि काजल की मौत सभ्य समाज के मुंह पर करारा तमाचा है। इस जघन्य अपराध के लिए दोषियों को सजा जल्द से जल्द दी जानी चाहिए।
इस बीच भागलपुर के पुलिस उप महानिरीक्षक विकास वैभव ने बताया कि यहां से गये पुलिस अधिकारियों की देखरेख में स्थानीय पुलिस के सहयोग से दिल्ली में आज काजल के शव का पोस्टमाॅर्टम कराया गया है और वहां से सडक मार्ग द्वारा शव को यहां लाया जा रहा है।