मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम से खुद को अलग करते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाने का उनका नहीं बल्कि पार्टी नेता अजीत पवार का फैसला है और उनके साथ जाने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
पवार ने शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ शनिवार को यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस, शिवसेना तथा राकांपा ने एक साथ बैठकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने का निर्णय लिया था लेकिन जो घटनाक्रम हुआ है उसमें पूरी तरह से अजीत पवार का हाथ है। उन्होंने चेतावनी दी कि पार्टी के जो विधायक अजीत पवार के साथ जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्हाेंने कहा,“ मेरे साथ पहले भी ऐसा होता रहा है,मुझे चिंता नहीं है। मेरे पास नम्बर हैं, स्थायी सरकार हम ही बनायेंगे।” पवार ने कहा कि तीनों दलों के विधायाकों के साथ ही कुछ निर्दलीय के सहयोग से शिव सेना के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बन रही थी और उसमें 169 से 170 तक विधायकों की संख्या हो रही थी। तीनों दलों ने शिव सेना के नेतृत्व में सरकार बनाने का निर्णय लिया था। फड़नवीस के पास बहुमत नहीं है और वह सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे।
उन्होंने कहा “यह निर्णय अजीत का है। मुझे विश्वास है कि राकांपा को कोई भी विधायक अजीत के साथ नहीं जाएगा। यदि कोई विधायक उनके साथ जाने की सोच रहे हैं ,उन्हें दल विरोधी कानून की जानकारी होनी चाहिए। जो राकांपा से बाहर जाने का निर्णय लेंगे उनकों महाराष्ट्र के लोग सबक सिखाएंगे।”
पवार ने कहा कि जो लोग भाजपा के साथ जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया लेकिन तब तक उन्हें इस बात का अंदाज ही नहीं था।