विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रिमंडल में अभिनेत्री से नेता बनी आरके रोजा को जगह नहीं मिली है।
रोजा तेलुगू देशम पार्टी द्वारा रेड्डी पर लगाए गए आरोपों का डट कर जवाब देने के कारण राज्य में काफी प्रसिद्ध हुई थी। उन्हें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कोडेला शिवप्रसाद राव ने पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ विधानसभा में जोरशोर से मामले उठाने की वजह से उन्हें विधानसभा से एक साल के लिए निलंबित भी कर दिया था।
कयास लगाए जा रहे थे कि रोजा को मंत्रिपरिषद में निश्चित रूप से जगह मिलेगी लेकिन आज 25 मंत्रियों द्वारा ली गई शपथ में उनका नाम शामिल नहीं था। वह नागिरी विधानसभा से दूसरी बार विधायक चुनी गई हैं।
रोजा ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान हालांकि मंत्री पद की शपथ के लिए काफी आश्वस्त दिखाई दे रही थीं। ऐसे में उनके मंत्री बनने की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है।
युवजन श्रमिक रायतू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि रोजा रेड्डी समुदाय से ताल्लुक रखती है और रेड्डी मंत्रिपरिषद में समुदाय के अनुसार संतुलन बनाए रखना चाहते हैं। पच्चीस मंत्रियों के मंत्रिपरिषद में चार मंत्री रेड्डी समुदाय से हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने रोजा को शांत कराया है और उन्हें मंत्रालय के अलावा कोई अहम पद देने का वादा किया हैं।