अजमेर। तीर्थ नगरी पुष्कर में लंबे इंतजार के बाद शिक्षा के क्षेत्र में एक नाया आयाम जुडने का मौका आ गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अधीन संचालित विद्या भारती की ओर से बुधवार को पुष्कर में आदर्श विद्या मंदिर का भूमि पूजन किया गया।
सावित्री पहाड़ी की तलहटी पर आवंटित बीस 20 जमीन पर 38 करोड़ की लागत से उक्त नया आवासीय विद्यालय बनने जा रहा है जिसमें पढ़ने वाले बच्चों के लिए आवास एवं भोजन की व्यवस्था, शिशु भारती, विद्यालय, अधिकारी आवास, छात्रावास समेत कुल 6 ब्लॉक का निर्माण कराया जाएगा। निर्माण का कार्य पांच साल में पूरा होगा। भूमि पूजन कार्यक्रम बुधवार को निम्बार्क सम्प्रदाय के पीठाधीश्वर श्याम शरण आचार्य के सान्निध्य में सम्पन हुआ।
इस मौके पर श्रीजी महाराज ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में पूरे देश में विद्या भारती बहुत श्रेष्ठ काम कर रही है और आज हमारा सौभाग्य है कि जगतपिता ब्रह्मा के चरणों में आदर्श विद्या मंदिर की स्थापना के लिए भूमि पूजन किया गया है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि आदर्श विद्या मंदिर के मार्फत मिलने वाली शिक्षा भारतीय संस्कृति को संरक्षित एवं सुरक्षित रख सकेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा बहुत ही नेक कार्य होता है। जीवन में शिक्षा देने से पावन कोई कार्य नहीं है। इस दौरान भामाशाहों का सम्मान किया गया।
गौरतलब है कि राजस्थान प्रदेश में विद्या भारती की ओर से वर्तमान में 1000 विद्यालय संचालित है। जिनमे करीब ढाई लाख से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययनरत है।
भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय प्रचारक रामप्रकाश बंसल, क्षेत्रीय प्रचारक दुर्गादास, भाजपा नेता भंवर सिंह पलाड़ा, धरोहर प्रोन्नति प्राधिकरण के सदस्य कंवल प्रकाश किशनानी, मंत्री अनिता भदेल, शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, जिला प्रमुख वंदना नोगिया, एडीए अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा, पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत, किशनगढ़ विधायक भगीरथ चौधरी, पुष्कर पालिकाध्यक्ष कमल पाठक सहित अनेक नेता मौजूद रहे।
भाजपा नेताओं का जमावडा
चुनावी आपाधापी के बीच संघ के इस कार्यक्रम में जिस तरह जिले के आला भाजपा नेता जुटे उससे साफ है कि संघ की भाजपा में पर पकड़ बरकरार है। भाजपा से टिकट चाहने वालों नेताओं से लेकर अपनी धाक रखने वालों ने भी संघ के सामने समर्पण की मुद्रा दिखाने में कोई कसर बाकी नहीं छोडी। राजनीतिक हलके में इस बात को लेकर भी चर्चा का बाजार गरम हो गया कि सभी नेता संघ दरबार में अपनी हाजरी लगाकर टिकिट पक्का करने का सपना संजोकर आए थे।