नयी दिल्ली । इंग्लिश लीग फुटबाल में खेलने वाली पहली भारतीय महिला फुटबालर अदिति चौहान ने कहा है कि भारतीय महिला फुटबाल के स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
अदिति ने बुधवार को यहां गोदरेज इंटीरिया का एक उत्पाद लांच करने के बाद संवाददाताओं से कहा,“ भारतीय महिला एवं लड़कियों की टीम का प्रदर्शन लगातार सुधरता जा रहा है। भारतीय महिला लीग (आईडब्ल्यूएल) के शुरू होने का भी भारतीय खिलाड़ियों को फायदा हुआ है। गोवा में वेदांता ने लीग शुरू की है जबकि महाराष्ट्र के कोल्हापुर में भी महिलाओं के लिये लीग शुरू की गयी है।
भारतीय महिला फुटबाल टीम की उपकप्तान अदिति ने कहा कि उनका लक्ष्य लड़कियों में फुटबाल को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा,“ मेरी अपनी अकादमी शी किक्स है और फिलहाल हमने वर्कशॉप से शुरूआत की है। हम स्कूलों में जाते हैं, बच्चों से बात करते हैं और उन्हें फुटबाल में आगे आने के लिये प्रेरित करते हैं। इस अकादमी को शुरू करने का विचार मेरे मन में तब आया था जब मैं देखती थी कि दिल्ली में लड़कियों को खेलने के लिये जगह नहीं मिलती है।”
इंग्लिश लीग में खेलने के अपने अनुभव पर अदिति ने कहा,“ मैं जब वेस्टहैम में खेल रही थी तो उस समय स्टूडेंट वीजा पर वहां गयी थी इसलिये प्रोफेशनल नहीं खेल सकी। लेकिन वहां खेलने से मुझे काफी अनुभव मिला और मेरे खेल में सुधार आया। भारत में मैं इंडिया रश क्लब की तरफ से खेलती हूं।”
आईडब्ल्यूएल के पहले सत्र में नहीं खेल सकीं अदिति ने साथ ही कहा कि भारतीय महिला फुटबाल को अभी और आगे ले जाने की जरूरत है और इसके लिये टीम को पूरा समर्थन मिलना चाहिये।
अदिति ने कहा,“ मेरा सपना था कि मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधत्व करूं। वेस्टहैम जाकर भी मेरा एक सपना पूरा हुआ। मैंने हमेशा अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया है। हालांकि इसके लिये मुझे अपने सामाजिक जीवन का त्याग भी करना पड़ा क्योंकि खिलाड़ी बनने के लिये आपको पूरा संघर्ष करना पड़ता है।”