अजमेर। राजस्थान के अजमेर में स्मार्ट सिटी योजना के तहत सड़कों को चौड़ा करने के लिए शहर के 32 सर्किलों को छोटा अथवा बिल्कुल हटाने को लेकर सरकारी कार्यवाही की योजना का व्यापक विरोध शुरू हो गया है।
जिला वैश्य महासम्मेलन में आज एक आपात बैठक कर स्थानीय सूचना केंद्र के नजदीकी अग्रसेन सर्किल को यथावत रखने की मांग की। बैठक की अध्यक्षता कर रहे कालीचरण खंडेलवाल ने जिला प्रशासन से अग्रसेन सर्किल को यथावत रखने की मांग की और कहा कि अजमेर अग्रसेन सर्किल एकमात्र ऐसा सर्किल है जहां अग्रवाल समाज के भगवान अग्रसेन की मूर्ति स्थापित है। समाज किसी भी स्थिति में मूर्ति अथवा सर्किल से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेगा।
बैठक में अग्रसेन सर्किल बचाव संघर्ष समिति का गठन भी कर दिया गया जिसमें करीब बीस वर्ष पुराने इस सर्किल को नहीं हटाने देने की मुहिम छेड़ने का निर्णय लिया गया। इसी क्रम में अजमेर के दोनों विधायकों वासुदेव देवनानी, अनिता भदेल तथा महापौर बृजलाल हाडा ने भी प्रशासन से मांग की है कि आम सहमति के बाद ही कोई निर्णय लिया जाए। सभा में कालीचरण खण्डेलवाल, पुखराज पहाडिय़ा, रमेशचंद तापडिय़ा, उमेश गर्ग, प्रवीण जैन, हंसराज अग्रवाल, हरीश गर्ग, दीपक चोपड़ा आदि गणमान्यजन उपस्थित थे।
विहिप और बजरंगदल करेंगे विरोध
स्मर्ट सिटी योजना के तहत शहर के कुछ मंदिरों व सर्किल को हटाए जाने के मामले में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंगदल की आवश्यक बैठक रविवार को विहिप कार्यालय पर आयोजित की गई।
विहिप के महानगर अध्यक्ष सत्यनारायण भंसाली और विभाग मंत्री शशिप्रकाश इंदौरिया ने बताया की प्रशासन ने स्मार्ट सिटी निर्माण की आड़ में केवल हिन्दू मन्दिरों, महापुरषों के स्मारक खासकर अग्रसेन सर्किल आदि को हटाने की योजना बनाई है। अन्य धार्मिक स्थान को इसमें शामिल नहीं करने की पक्षपातपूर्ण नीति को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अवैध रूप से बने अन्य धार्मिक स्थानों को हटाए बिना किसी भी मन्दिर स्मारक को हाथ नहीं लगाने दिया जाएगा। बैठक में प्रांतीय अधिकारी लेखराज सिंह, उपाध्यक्ष रामनारायण चौधरी, शंकर सिंह, सहमंत्री कैलाश सिंह, सहसंयोजक ओमप्रकाश रॉय, दिलीप सिंह, नीना शर्मा, नीरज पारीक, राजेश पाराशर, कन्हैयालाल चौहान आदि मौजूद थे।
इधर, स्मार्ट सिटी के मुख्य अभियंता अविनाश शर्मा ने कहा कि सड़कों को चौड़ा करने के लिए सर्किलों को छोटा करना और कुछ को पूरी तरह हटाया जाना जरूरी है लेकिन किसी चौराहे की मूर्ति को वैकल्पिक स्थान पर स्थापित किया जाएगा ताकि किसी समाज की भावनाएं आहत न हो।
उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत अग्रसेन सर्किल के अलावा अंबेडकर सर्किल, महावीर सर्किल जैसे प्रमुख चौराहों को भी परिवर्तित किया जाना है। कुछ मंदिरों को भी शिफ्ट करना प्रस्तावित है जो स्मार्ट सिटी सौंदर्यीकरण में रोड़ा बने हुए हैं।