अबु धाबी। कप्तान सुनील छेत्री के दो शानदार गोलों के दम पर भारत ने एएफसी एशियन कप फुटबॉल टूर्नामेंट में अपने अभियान की जबरदस्त शुरुआत करते हुए थाईलैंड को रविवार को 4-1 से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। भारत ने इस तरह थाईलैंड के खिलाफ 33 साल के लम्बे अंतराल के बाद जीत हासिल की।
भारत की तरफ से कप्तान और स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री ने 27वें और 46वें मिनट में दो गोल किये जबकि अनिरुद्ध थापा ने 68वें मिनट और जेजे लालपेखलुआ ने 80वें मिनट में गोलकर भारतीय टीम को 4-1 से जबरदस्त जीत दिलाई।
अल-नाहयन स्टेडियम में खेले इस मैच में भारत की जीत में उदांता सिंह ने अहम किरदार निभाया। वह गोल तो नहीं कर पाए, लेकिन अपने खेल से उन्होंने गोल करने के मौके बनाए और तीन में से दो गोल में अपना योगदान भी दिया। थाईलैंड की तरफ से एकमात्र गोल कप्तान टेरासिल दंगदा ने 33वें मिनट में किया।
भारत इस जीत से ग्रुप ए में तीन अंकों के साथ शीर्ष पर पहुंच गया है। भारत और थाईलैंड एक दूसरे से 25 बार आमने सामने हो चुके हैं जिसमें से थाईलैंड ने 12 मौकों पर जीत हासिल की है। वहीं भारत छह बार जीता है जबकि बचे हुए सात मैच ड्रा रहे। पिछली बार दोनों टीमें 2010 में भिड़ीं थीं।
भारतीय कप्तान छेत्री ने अपना 66वां गोल करते ही अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी (65 गोल) को अंतरराष्ट्रीय गोलों के मामले में पीछे छोड़ दिया। मौजूदा फुटबॉलरों में अब छेत्री से आगे पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं, जिन्होंने 85 अंतरराष्ट्रीय गोल किए हैं।
दोनों टीमें नौ साल बाद एक-दूसरे से खेल रही थीं। पिछली बार थाईलैंड ने भारत को दो मैच में 2-1 और 1-0 के अंतर से हराया था। भारत को थाईलैंड के खिलाफ पिछली जीत 1986 में मर्डेका कप के दौरान कुआलालम्पुर में मिली थी।
फीफा रैंकिंग में 97वें नंबर पर मौजूद भारत ने 118वें नंबर की टीम थाईलैंड के खिलाफ आक्रामक अंदाज में शुरुआत की और मैच के 26वें मिनट में पेनल्टी पर सुनील छेत्री ने गोल कर भारत को बढ़त दिला दी।
26वें मिनट में आशिके कुरियन ने थ्रो बॉल दी जो डी में थाईलैंड के थीराथोन बनमाटहान के हाथों से टकरा गई और भारत को यहां पेनल्टी मिली। इस मौके को भारतीय कप्तान ने जाया नहीं किया और पेनल्टी को गोल में तब्दील कर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया। इस गोल के साथ ही छेत्री ने मेसी को पीछे छोड़ दिया।
भारत की बढ़त हालांकि ज्यादा देर कायम नहीं रह सकी। जिन बनमाटहन ने पेनल्टी दी थी उन्हीं के द्वारा 33वें मिनट में ली गई फ्री किक पर तीरासिल डांग्डा ने हैडर से गेंद को नेट में डाल थाईलैंड को बराबरी पर ला दिया। पहले हाफ का समापन 1-1 के स्कोर के साथ हुआ।
दूसरा हाफ शुरू होते ही छेत्री ने गोल कर भारत को आगे कर दिया। छेत्री ने 46वें मिनट में आशिके के समर्थन से भारत के लिए दूसरा गोल किया। उदांता गेंद लेकर आगे बढ़े और आशिके को बॉक्स के अंदर स्कावयर पास दिया। आशिके ने तुरंत गेंद कप्तान को भेजी और छेत्री ने गोल के कॉर्नर में गेंद डाल भारत को 2-1 से आगे कर दिया।
68वें मिनट में अनिरुद्ध थापा ने जबरदस्त कौशल दिखाते हुए थाईलैंड के गोलकीपर और डिफेंडरों को छकाया और भारत के लिए तीसरा गोल दाग दिया। मैच में 1-3 से पिछड़ने के बाद थाईलैंड की वापसी की उम्मीदें समाप्त हो गई। रही सही कसर जेजे ने 80वें मिनट में अकेले अपने दम पर भारत का चौथा गोल कर पूरी कर दी। भारत के लिए यह जीत काफी यादगार रही जिससे उसके लिए अगले दौर में जाने का मौका बन गया है।