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अशरफ गनी ने मजार-ए-शरीफ में की प्रमुख राजनेताओं से मुलाकात - Sabguru News
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अशरफ गनी ने मजार-ए-शरीफ में की प्रमुख राजनेताओं से मुलाकात

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अशरफ गनी ने मजार-ए-शरीफ में की प्रमुख राजनेताओं से मुलाकात

काबुल। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने मजार-ए-शरीफ में तालिबान के तेजी से बढ़ते कदम के बीच बुधवार को एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया तथा वरिष्ठ राजनेताओं मार्शल अब्दुल रशीद दोस्तम और अत्ता मोहम्मद नूर के साथ खराब होती सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की।

राष्ट्रपति भवन के अनुसार गनी के वरिष्ठ सुरक्षा और राजनीतिक मामलों के सलाहकार मोहम्मद मोहकिक और पूर्व मुजाहिदीन कमांडर जुमा खान हमदर्द उनके साथ थे। गनी की बाल्ख प्रांत की राजधानी मजार-ए-शरीफ की यात्रा ऐसे समय में हुई है, जब अफगानिस्तानी सेना तालिबान द्वारा शहर पर एक समन्वित हमले को विफल करने में सफल रही है।

स्थानीय समाचार चैनल ‘अरियाना न्यूज’ ने बताया कि मजार-ए-शरीफ में गनी, मोहकिक और हमदर्द ने मार्शल अब्दुल राशिद दोस्तम और अत्ता मोहम्मद नूर समेत विभिन्न राजनीतिक और जिहादी नेताओं से मुलाकात की। बैठक के दौरान, उत्तरी प्रांतों की स्थिति पर चर्चा हुई जहां तालिबान ने कई क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है और सुरक्षा बलों की छत्रछाया में नागरिक बलों के समन्वय और संचालन पर चर्चा की गई। मजार में एक सुरक्षा बैठक भी हुई, जिसकी अध्यक्षता गनी ने की, जो अफगानिस्तान में सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर भी हैं।

सोमवार रात की रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि तालिबान ने बगलान प्रांत के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया है। बदख्शां के गवर्नर बशीर समीम ने कहा कि तालिबान ने फैजाबाद शहर पर हमले तेज कर दिए हैं और सैनिकों को पड़ोसी ताखर प्रांत के वारसाज जिले में पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने बताया कि फैजाबाद और वारसाज के बीच 18 बार सैनिकों पर घात लगाकर हमले किए गए।

इस बीच, तेजी से क्षेत्रीय लाभ हासिल करते हुए तालिबान ने अब उत्तरपूर्वी बदख्शां प्रांत पर कब्जा कर लिया है। मंगलवार को लड़ाई के परिणामस्वरूप फैजाबाद पर कब्जे के साथ ही नौ उत्तरी प्रांतीय राजधानियों में से सात अब तालिबान के नियंत्रण में आ गई हैं। सरकार का अब केवल बाल्ख और फरयाब प्रांत की राजधानियों क्रमश: मजार-ए-शरीफ और मैमाना पर नियंत्रण रह गया है।

पश्चिमी प्रांत निमरूज की राजधानी जरंज, समांगन की राजधानी अयबक, ताखर की राजधानी तालोकान, जवज्जान की राजधानी शेबरगन और सर-ए-पुल की राजधानी सर-ए-पुल पर भी अब तक तालिबान का कब्जा हो चुका है।

अफगानिस्तानी सुरक्षा बलों ने फराह पर फिर किया नियंत्रण

अफगानिस्तान के सरकारी सुरक्षा बलों ने देश के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत फराह की इसी नाम की राजधानी से तालिबानी आतंकवादियों को पीछे खदेड़ कर उस पर फिर नियंत्रण कर लिया है।
टीवी चैनल ने बुधवार को यह जानकारी दी। उसने बताया कि सुरक्षा बलों ने फराह शहर पर पुन: नियंत्रण कर लिया है।

तालिबान ने मंगलवार को कहा था कि उसने फराह शहर और गवर्नर के कार्यालय पर कब्जा कर लिया है। हाल के दिनों में, तालिबान ने कई प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा करने का दावा किया है, जिनमें सबसे पहले निमरूज प्रांत की राजधानी जरंज पर शुक्रवार को कब्जा किया था। जरंज वर्ष 2016 के बाद पहला ऐसा प्रांतीय केंद्र बन गयी है, जिस पर तालिबान ने कब्जा किया है। अफगानिस्तान सरकार ने हालांकि तालिबान के दावों को खारिज किया है।