काबुल। तालिबान ने अफगानिस्तान के पड़ोसियों सहित वैश्विक समुदाय को आश्वस्त किया है कि वे अन्य देशों की सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं होने देंगे।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने काबुल के अधिग्रहण के बाद मंगलवार को पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। उनसे पूछा गया था कि क्या अफगानिस्तान की जमीन को आतंकवादी संगठनों द्वारा अन्य देशों को निशाना बनाने की अनुमति दी जाये , जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की जमीन से अन्य देश को निशाना नहीं बनने देंगे।
उन्होंने कहा कि हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल किसी के खिलाफ नहीं किया जायेगा। जो कोई भी हमारी धरती, हमारे देश का फायदा उठाना चाहता है, उसे अनुमति नहीं दी जाएगी।
इससे पहले एक भाषण में उन्होंने कहा कि हम अमरीका समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आश्वस्त करना चाहते हैं कि किसी को नुकसान नहीं होगा। मैं क्षेत्रीय देशों, पड़ोसियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम अपने क्षेत्र का इस्तेमाल किसी के खिलाफ या दुनिया के किसी भी देश के खिलाफ नहीं होने देंगे।
पूरे विश्व समुदाय को आश्वस्त करते हैँ कि आपको हमारी धरती से कहीं भी नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और हम इस प्रतिज्ञा को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि वैश्विक समुदाय को तालिबान सरकार के साथ अंतरराष्ट्रीय ढांचे के तहत व्यवहार करना चाहिए।
अपनी सरकार की धार्मिक अवधारणा को स्पष्ट करते हुए, उन्होंने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ कोई समस्या नहीं चाहते हैं। हम अपने धर्म के सिद्धांतों, हमारी संस्कृति के आधार पर कार्य करना चाहते हैं। हमने बहुत बलिदान दिए हैं। हमें अपने धार्मिक सिद्धांतों के आधार पर कार्य करने का अधिकार है।
उन्होंने जोर दिया कि अफगानिस्तान की तरह अन्य देशों के भी अलग नियम और अलग नीतियां हैं तथा वे जिस तरह अपनी का पालन करते हैं, उसी तरह अफगानों को भी अपने स्वयं के नियम और विनियम और नीतियां रखने का अधिकार है। इसलिए, किसी को भी हमारे मानदंडों और सिद्धांतों के बारे में चिंतित नहीं होना चाहिए।
प्रवक्ता ने अफगानिस्तान को अफीम की खेती से छुटकारा दिलाने की प्रतिबद्धता व्यक्त् करते हुए कहा कि मैं अफगानिस्तान की जनता को आश्वासन देना चाहता हूं कि देश में ड्रग्स का उत्पादन नहीं होगा। पहले जब हम सत्ता में थे तो अफीम की खेती शून्य थी, लेकिन पिछली सरकार में अफीम की खेती ज्यादा थी।
हमारे शासन में कोई नशीली दवा का उत्पादन नहीं होगा और न ही इसकी तस्करी होगी। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान अब अफीम की खेती का देश नहीं रहेगा, लेकिन इसके लिए अंतरराष्ट्रीय मदद के रूप में फंड की जरूरत है और हम अफीम की खेती को फिर से शून्य पर लाएंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार गठन का काम जारी है और शीघ्र ही इसकी घोषणा की जाएगी। हमारी सरकार की कानून-व्यवस्था होगी। बस कुछ दिन और धैर्य रखें। मैं वादा करता हूं कि बहुत जल्द आपके पास सरकार और कानून का शासन होगा।