जयपुर। राजस्थान में सरकार गिराने के लिये भारी धन और लेनदेन का आरोप लगाने के बाद गुरुवार को एक आडियो ने राज्य की राजनीति में और हलचल पैदा कर दी है।
हालांकि ऑडियो के सही होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकन उसमें एक केंद्रीय मंत्री और भाजपा के नेता की पायलट गुट के विधायक की बातचीत की आवाज है। इसमें पायलट गुट के विधायक द्वारा धन राशि के बारे में पूछने पर भाजपा नेता आश्वस्त करता है कि पूरी व्यवस्था हो जाएगी तथा उसकी वरिष्ठता का ख्याल रखा जाएगा।
केंद्रीय मंत्री की तरफ से भी यह कहा जा रहा था कि विधायकों की संख्या 30 हो जाती है तो वह सरकार के घुटने टिका देंगे। हालांकि इस मामले में एक विज्ञप्ति मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहार लोकेश शर्मा द्वारा जारी की गई है जिसमें ऑडियो की बातों का विवरण दिया गया है।
सीएम आवास बना फर्जी आडियो का केन्द्र : पूनियां
इस बीच आडियो को फर्जी करार देते हुए बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री आवास अब फर्जी आडियो का केन्द्र भी बन गया है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कुर्सी का मोह और कुर्सी बचाने की फिक्र कैसी होती है ये कोई मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सीखे। बडा अजीब लगता है जब कोई अपना घर टूटता देखकर विक्ट्री का साइन बनाए। जो आडियो सामने लाया गया है उसे विधायक ने भी नकारा जो खुद उनकी ही पार्टी के हैं।
पूनियां ने दो टूक कहा कि गहलोत सरकार के पास बहुमत है तो ये सब तिकडम क्यों? बडी विचित्र बात है कि आपसी लडाई का मोहरा बीजेपी को बताया जाए। उन्होंने कहा कि गहलोत को सबसे पहले अपने घर की फिक्र करनी चाहिए। लेकिन वे आरोप बीजेपी और केन्द्र पर लगाने में लगे हैं।
राज्य में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है और प्रदेश की अस्थिर सरकार लोगों को कोरोना से बचाने की बजाय कुर्सी बचाने में लगी है। कांग्रेस सरकार रिसोर्ट की बाड़ाबंदी में मदमस्त होकर फुटबॉल खेल रही है। पीड़ित जनता कांग्रेस के मंत्रियों और विधायकों को ढूंढ रही है! ऐसी सियासत से प्रदेश की जनता खुद को ठगी महसूस कर रही है।