जयपुर। राजस्थान में आगामी दस जून को राज्यसभा की चार सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषित उम्मीदवारों पर बाहरी होने का सवाल उठने लगा हैं वहीं इसके बाद नेताओं में बयानबाजी शुरू हो गई हैं।
राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा रविवार को कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला, राजस्थान में पार्टी के प्रभारी रहे मुकुल वासनिक एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार एवं सिरोही से निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि कांग्रेस पार्टी को यह बताना चाहिए कि राजस्थान के किसी भी कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता को राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाने के क्या कारण है।
इसके बाद कांग्रेस नेता और स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने ट्वीट किया कि अखबारों के अनुसार सबसे पहले आपने ही तीन उम्मीदवार बाहर के लाने की सलाह दी थी, आपकी राय को काफ़ी महत्व मिला लगता है, बस नाम बदल गए। आपको तो प्रसन्न होने चाहिए।
इसी तरह उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने भी ट्वीट किया कि मेरे मित्र, सदन में आपने कहा था कि आप गांधी-नेहरू परिवार के गुलाम हैं और हमेशा गुलामी करना चाहते हैं। गुलाम को सवाल पूछने का हक किसने दिया। बाहरी लोगों को राज्यसभा चुनाव का टिकट देने का दर्द आपसे बेहतर कोई नहीं जान सकता क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने आपको हर बार टिकट से वंचित रखा है।
इस पर लोढ़ा ने कहा कि गांधी-नेहरू परिवार का मतलब गांधी-नेहरू की विचारधारा होता है, जैसे संघ परिवार का मतलब संघ की विचारधारा होता है। आप व्यक्तिवादी सोच से बाहर आइये।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने महाराष्ट्र मूल के मुकुल वासनिक, हरियाणा के रणदीप सुरजेवाला और उत्तरप्रदेश के प्रमोद तिवारी को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है।
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के ये तीनों उम्मीदवार आज जयपुर पहुंच गए और उनके जयपुर हवाई अड्डे पर पहुंचने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मुख्य सचेतक डॉ.महेश जोशी एवं अन्य पार्टी नेताओं ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर डा जोशी ने दावा करते हुए मीडिया से कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस तीन सीटों पर जीत हासिल करेगी।
इस चुनाव के लिए 31 मई नामांकन की आखिरी तारीख है और मंगलवार को कांग्रेस के ये तीनों प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।